लखीमपुर खीरी: बदले की भावना से की थी देव की हत्या, पुलिस ने किया खुलासा

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Published By Vikas Babu
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लखीमपुर खीरी, अमृत विचार: शहर में सोमवार की शाम हुए देव सेठ हत्याकांड के मुख्य आरोपी अनमोल पुरी उर्फ बाला और उसके दो साथियों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा किया है। पुलिस का दावा है कि अनमोल पुरी उर्फ बाला ने बदले की भावना से देव सेठ की गोली मारकर हत्या की थी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद कर तीनों का चालान भेजा है।

शहर की सेठ कॉलोनी अर्जुन पुरवा निवासी देव सेठ उर्फ अमोघ (25) पुत्र भरत सेठ सोमवार की शाम करीब सात बजे मिश्राना पुलिस चौकी के ठीक सामने अपनी दुकान के पास आया था। इसी बीच बाइकों पर सवार युवकों ने उसे घेर लिया और दौड़ा कर पुलिस चौकी मिश्राना से चंद कदम की दूरी पर एक दुकान के अंदर घुसकर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। गोली लगने से दुकान का कर्मचारी आदित्य उर्फ रोशन कश्यप (18) पुत्र दिनेश कश्यप निवासी हाथीपुर बक्सा मार्केट भी घायल हो गया।

देव सेठ लखनऊ में रहकर बीबीए की पढ़ाई कर रहा था। सदर कोतवाली पुलिस ने मृतक के पिता की तहरीर पर अनमोल पुरी बाला को नामजद कर कई अन्य अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सरेबाजार हुई हत्या के बाद से पुलिस लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी। पुलिस ने बुधवार को शहर के रेलवे स्टेशन के बाहर से थाना पढुआ के गांव दरेरी निवासी मुख्य आरोपी अनमोल पुरी उर्फ बाला, सरवती देवी कॉलोनी निवासी शांतनु अवस्थी और थाना मितौली के गांव कैमीभूड़ निवासी उत्कर्ष सिंह को गिरफ्तार किया है।

अनमोल पुरी उर्फ बाला की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त एक 315 बोर का तमंचा, दो जिंदा कारतूस और एक खोखा कारतूस बरामद किया है। पुलिस का दावा है कि कभी दोनों गुट एक हुआ करते थे, लेकिन वर्चस्व को लेकर उनमें दो फाड़ हो गए थे। मुख्य आरोपी अनमोल पुरी को कुछ दिन पहले बाइक चोरी के आरोप में भीड़ ने नौरंगाबादा चौराहा पर जमकर पीटा था। इसका वीडियो किसी ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था।

वीडियो वायरल होने के बाद अनमोल ने इसका जिम्मेदार मृतक देव सेठ को माना और उससे रंजिश रखने लगा था। इसी रंजिश के चलते उसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर राजापुर निवासी दिगवंश मनार की भंसडिया के पास जमकर पिटाई की थी। इसके बाद अनमोल ने सोशल मीडिया पर बदला लेने की धमकी भरी पोस्ट शेयर की और अपने साथियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी अनमोल, उसके साथी शांतनु अवस्थी और उत्कर्ष सिंह का चालान कर कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने तीनों को जेल भेज दिया है।

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