कानपुर में आज ई-बसों की हड़ताल; 35 कंडक्टर रूट से हटाए गये, बसें फुल, अफसरों की नजर में कमाई नहीं...
कानपुर, अमृत विचार। सीएनजी सिटी बसों की तर्ज पर ई बसों की हालत भी धीरे धीरे खस्ता होती जा रही है। बीते माह 40 कंडक्टरों को बेटिकट यात्री ढोने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया था और अब 35 कंडक्टरों को रूट से हटा दिया गया है। इन 35 कंडक्टरों को नौकरी से नहीं हटाया गया है लेकिन रूट से हटा दिया गया है जिसके विरोध में सोमवार को चकेरी स्थित ई बसों के डिपो के कंडक्टरों ने हड़ताल की घोषणा की है।
चकेरी स्थित ई बसों के डिपो में कुल 100 बसें हैं लेकिन रूट पर लगभग 85 स 88 बसें रहती हैं। इन बसों के लिए कुल 238 कंडक्टर हैं जिसमें लगभग 38 कंडक्टर छुट्टी या किसी अन्य कारणों से ड्यूटी पर नहीं रहते हैं। औसतन 200 कंडक्टर ड्यूटी करते हैं। बीते माह 40 कंडक्टरों को बर्खास्त कर दिया गया था और अब 35 कंडक्टरों को रूट आफ किया गया है जिससे कंडक्टरों में रोष है। कंडक्टरों का आरोप है कि कुछ अधिकारी बेवजह उनपर कार्रवाई कर रहे हैं।
सोमवार को ई बसों की हड़ताल से शहरवासियों को दिक्कत हो सकती है। महाकुंभ में कानपुर से 75 ई बसों को भेजा गया था जो एक माह बाद कानपुर वापस आई हैं। इन बसों की इनकम नहीं हो रही है। ऐसा अधिकारियों का कहना है लेकिन सच्चाई ये है कि ई बसों में इतने यात्री होते हैं कि इनमें स्टैंडिंग में लोग रहते हैं। बिंदकी, जहानाबाद, रनियां तक इन बसों को दौड़ाया जा रहा है तो फिर ये बसें घाटे में कैसे चल रही हैं, इसका जवाब अफसरों के पास नहीं है।
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