महाराष्ट्र: विपक्ष का सरकार पर हमला, कहा ‘खुफिया विफलता के कारण नागपुर में हुई हिंसा’ 

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Published By Vishal Singh
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मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्षी दलों ने बुधवार को सरकार पर राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर सवाल उठाए और कहा कि प्रदेश सरकार अपनी खुफिया विफलता के कारण नागपुर में हिंसा को नहीं रोक सकी। नागपुर शहर में सोमवार रात उस समय हिंसा हुई, जब छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग कर रहे विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन के दौरान एक समुदाय के धर्मग्रंथ को जलाए जाने की अफवाह फैली और गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने विधानसभा में कहा कि नागपुर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का गृह क्षेत्र है। 

उन्होंने आरोप लगाया, “आग किसने लगाई। अगर हिंसा पहले से ही योजनाबद्ध थी, तो जो हुआ वह खुफिया विफलता के कारण हुआ। हिंसा भड़कने के डेढ़ घंटे बाद तक पुलिस कहीं नजर नहीं आई।” वडेट्टीवार ने राज्य विधानसभा में गृह विभाग की बजटीय मांगों पर आश्चर्य जताया कि भड़काऊ बयानों के बावजूद राज्य के एक मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। कांग्रेस नेता ने जानना चाहा, ‘‘उनसे इस्तीफा क्यों नहीं मांगा जा रहा है?” 

इससे पहले, नागपुर सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक प्रवीण दटके ने सदन में कहा कि हिंसा के दौरान महिला कांस्टेबलों के साथ छेड़छाड़ की गई। शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (उबाठा) के नेता भास्कर जाधव ने बहस में कूदते हुए राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “अपहरण और यौन उत्पीड़न के मामले बढ़ गए हैं। शिवसेना के पूर्व पार्षद अभिषेक घोसालकर की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई।” 

मुख्यमंत्री फडणवीस ने मंगलवार को विधानसभा में कहा था कि नागपुर में हुई हिंसा पूर्व नियोजित साजिश प्रतीत होती है। उन्होंने कहा था कि भीड़ ने कुछ चुनिंदा घरों और प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया था। हिंसा के बाद नागपुर शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। 

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