कानपुर देहात में हादसे में घायल चौथे युवक ने भी तोड़ा दम, डंपर ही टक्कर से मां-बेटी व भतीजे की हुई थी मौत
कानपुर देहात, अमृत विचार। रूरा के कारीकलवारी प्रेमाधाम रूरा-शिवली मार्ग पर अनियंत्रित डंपर की टक्कर से सोमवार को मां-बेटी व भतीजे की मौत की मौत हो गई थी। वहीं देर रात गंभीर रूप से घायल चौथे युवक की इलाज के दौरान कानपुर के निजी अस्पताल में मौत हो गई।
रूरा क्षेत्र के दौलतपुर गांव निवासी रामशंकर के भाई सुखवीर सिंह की चार दिन पहले मौत गई थी। इसकी सूचना पर जनपद कन्नौज के थाना ठठिया के बिहारीपुर निवासी उनकी बहन आदर्शिता उर्फ लल्ली अपनी ग्यारह साल की पुत्री जाह्नवी के साथ दौलतपुर गांव आई थी। वर्तमान में वह अपने पति मुकेश के साथ दिल्ली में रहती थी।
सोमवार को वह दिल्ली जाने के लिए अपनी पुत्री के साथ रूरा रेलवे स्टेशन गोमती एक्सप्रेस पकड़ने आ रही थी। उनको छोड़ने के लिए रामशंकर का पुत्र रौनक उर्फ बंटू व गांव के ही पंकू उर्फ पंकज बाइक से रूरा आ रहे थे। तभी शिवली-रूरा मार्ग पर कारीकलवारी गांव के पास तेज रफ्तार अनियंत्रित ओवरलोड डंपर ने बाइक सवारों को जोरदार टक्कर मार दी थी।
जिससे आदर्शिता, उनकी बेटी जाह्नवी व भतीजे रौनक उर्फ बंटू की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि पंकज उर्फ सुधीर को गंभीर हालत में परिजन कानपुर नगर के निजी अस्पताल ले गए थे। जहां देर रात उपचार के दौरान उसकी भी मौत हो गई है। एक ही परिवार के दो युवकों की मौत पर परिजनों में कोहराम मच गया। पोस्टमार्टम होने के बाद शव गांव पहुंचा तो लोगों की भीड़ लग गई। वहीं थाना प्रभारी जनार्दन सिंह ने बताया कि मामले में अभी तक तहरीर नहीं मिली है।
एक साथ उठी घर से दो नवयुवकों की अर्थियां
डंपर की टक्कर से घायल हुए पंकज उर्फ सुधीर की भी देर रात मौत होने से परिजन बिलखते रहे। वहीं मंगलवार को रौनक व सुधीर का शव एक साथ गांव से अंतिम संस्कार के लिए निकला। दोनों नवयुवकों को अर्थी देख गांव के लोगों की आंखे नम हो गई। मृतक पंकज उर्फ सुधीर व रौनक आपस में पारिवारिक चाचा-भतीजे थे।
राज्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को दी सांत्वना
अपनी पारिवारिक बहन को स्टेशन छोड़ने जा रहा पंकज उर्फ सुधीर हेलमेट लगाकर बाइक चला रहा था। उसकी बाइक में रौनक, जाह्नवी व आदर्शिता भी बैठे हुए थे। जिनमें सुधीर को छोड़कर बाकी तीनों की मौके पर मौत हो गई थी। जानकारी पर मंगलवार को राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने परिजनों को सांत्वना दी और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
