पीलीभीत: घायल सांड को गोशाला भिजवाया, वहां बाघ ने बना डाला निवाला...10 मीटर तक घसीटा शव
पीलीभीत/पूरनपुर, अमृत विचार: ट्रेन की चपेट में आकर घायल हुए सांड को इलाज के लिए गोशाला भिजवाया गया,लेकिन वहां भी उसकी जान नहीं बच सकी। बाघ गोशाला में घुसा और घायल सांड को निवाला बना लिया। सांड के शव को बाघ दस मीटर तक घसीटकर ले गया। आहट होने पर चौकीदार ने शोर मचाया तो बाघ भाग गया। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम पहुंची और जानकारी ली।
पूरनपुर-मैलानी रेलखंड पर सोमवार रात जगतपुर रेलवे क्रॉसिंग के समीप ट्रेन से कटकर दो गोवंश की मौत हो गई थी, जबकि एक सांड ट्रेन की चपेट में आकर घायल हो गया था। सांड को उपचार के लिए गढ़ाकलां गोशाला भिजवा दिया गया। मंगलवार रात घायल सांड गोशाला में करीब ढाई फीट ऊंचे चबूतरे पर टिनशेड के नीचे बैठा था। देर रात एक बाघ चारों ओर लगी तार फेंसिंग के बीच से गोशाला में घुस गया।
इसके बाद उसने घायल सांड पर हमला कर उसे मार दिया। इतना ही नहीं, सांड के शव को चबूतरे से नीचे उतारकर करीब दस मीटर दूर खींच ले गया। गौरतलब है कि गोशाला के चारों ओर तार फेंसिंग के अलावा करीब तीन मीटर चौड़ी और दो मीटर गहरी खाईं है। बाघ तारों के बीच से निकलकर खाई से होते हुए गोशाला में पहुंचा था। गोशाला में सांड की बाघ के हमले में मौत की जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और छानबीन की।
आहट होने पर चौकीदार ने भगाया
गोशाला के चौकीदार रामदीन परिसर में कुछ दूरी पर चारपाई पर सो रहे थे। बताया जाता है कि जब बाघ सांड के शव को खींचकर ले जा रहा था, तब आहट हुई। इस पर रामदीन जाग गए। उन्होंने उठकर बाघ को देखा तो उनके होश उड़ गए। शोर मचाना शुरू कर दिया। इस पर बाघ सांड का शव छोड़कर तार फेंसिंग के पास पहुंच गया। रामदीन ने टॉर्च की रोशनी में बाघ को जाते हुए देखा। उनकी मानें तो बाघ बाहर की ओर गेहूं के खेत में चला गया।
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