रानीगंज बवाल: ग्राम प्रधान व सफाईकर्मी समेत 10 आरोपी गिरफ्तार, कई फरार, 200 के खिलाफ दर्ज है केस
रानीगंज/प्रतापगढ़, अमृत विचार। यूपी के प्रतापगढ़ में निजी अस्पताल में काम करने वाली युवती की मौत के बाद हुए बवाल को लेकर पुलिस ने 200 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। महिला पुलिस कर्मी के साथ बुधवार रात पुलिस फोर्स ने गांव में दबिश देकर प्रधान व उनकी पत्नी, सफाईकर्मी समेत दस लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस की कार्रवाई से गांव में खलबली मच गई। लोग घर छोड़कर फरार हैं।
दुर्गागंज स्थित अस्पताल में 28 मार्च शुक्रवार को दलित महिला कर्मी की संदिग्ध दशा में मौत हो गई। मौत से नाराज ग्रामीणों के साथ परिजनों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया। पुलिस और ग्रामीणों में कहासुनी होने के बाद नाराज भीड़ ने पथराव शुरू किया। पथराव से सीओ विनय प्रभाकर साहनी समेत पुलिस कर्मी व अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस पर जनप्रतिनिधियों ने लाठी चार्ज का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई।
बवाल के बाद पुलिस दबाव बनने के बाद आरोपियों की तलाश में जुट गई। घटना के तीसरे दिन पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना का खुलासा होने के बाद बुधवार की देर रात पुलिस ने लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने ग्राम प्रधान अखिलेश सरोज, उनकी पत्नी शारदा व सफाई कर्मी राम सजीवन के साथ संतोष सरोज, संजय सरोज, धर्मराज सरोज, शनि सरोज, माधुरी सरोज, योगराज सिंह और मिथिलेश गौतम को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

बचने के लिए नौकरी का झूठा आश्वासन, बिटिया को मिले न्याय : पल्लवी
रानीगंज के दुर्गागंज में अस्पताल की महिला कर्मी की मौत के मामले में सिराथू विधायक पल्लवी पटेल मृतका के परिजनों से मिलने पहुंची। आरोप लगाया कि यह कांड किसी फारवर्ड की बेटी के साथ हुआ होता तो बुलडोजर लखनऊ से चलता। अब तक घर गिर गया होता। दलितों और पिछड़ों की जो बेटियां हैं, उनकी इज्जत और जान इन लोगों के लिए अहमियत नहीं रखती है। बेटी के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट अभी तक परिजनों को नहीं मिली है।
प्रदेश सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा कि नौकरी के लिए कितने मृतक आश्रित भटक रहे हैं। नौकरी का आश्वासन देकर बचना चाहते हैं। मैं नौकरी नहीं न्याय चाहती हूँ। बिटिया के परिवार को न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने 200 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज करने को गलत बताया। कहा कि पीड़ित परिवार के साथ लोग खड़े हुए। अगर उनके साथ शोषण होगा तो यह नजीर बनेगा। आगे से कोई किसी की मदद नहीं करेगा। उन्होंने एसपी के व्यवहार के प्रति नाराजगी जताई। कहा कि पुलिस प्रशासन लीपापोती कर कर रहा है।
यह भी पढ़ें:-प्रतापगढ़: गेहूं के खेत में 30 वर्षीय महिला का शव मिलने से सनसनी, हत्या की आशंका
