बताओ, कैसे करती हो शिकायतों का निस्तारण... हेल्प डेस्क पर तैनात महिला सिपाही से राज्यपाल ने किया सवाल

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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लखनऊ, अमृत विचार। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शनिवार को चौक कोतवाली का औचक निरीक्षण किया। महिला हेल्प डेस्क पर मौजूद सिपाही से उन्होंने बात की। कोतवाली में आने वाले प्रार्थना पत्रों की जांच और निस्तारण के संबंध में सवाल पूछे। इसके बाद कोतवाली परिसर में भ्रमण कर व्यवस्था का जायजा लिया।

डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार को राज्यपाल एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आई थी। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद राज्यपाल चौक कोतवाली पहुंच गयी। महिला हेल्प डेस्क, रिकार्ड रूम, कार्यालय, सीसीटीएनएस कक्ष के साथ कोतवाली परिसर का भ्रमण किया। 

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कोतवाली में मौजूद पुलिस कर्मियों से बात कर व्यवस्थाओं के बारे में सवाल किए। विशेष रूप से राज्यपाल ने महिला हेल्प डेस्क पर मौजूद सिपाही से आने वाली पीड़ितों की समस्या और उनके निस्तारण के बारे में जानकारी की।

कोतवाली का भ्रमण करने के बाद उन्होंने सभी व्यवस्थाओं को सराहा। राज्यपाल ने चौक कोतवाली में मौजूद डीसीपी विश्वजीत श्रीवास्तव, एडीसीपी धनंजय सिंह कुशवाहा, इंस्पेक्टर नागेश उपाध्याय और पुलिस कर्मियों के साथ एक फोटो खिंचवाई। साथ ही पुलिस कर्मियों को पुरस्कार देने की बात कही।

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कोतवाली का इतिहास बताया

राज्यपाल ने कहा कि चौक कोतवाली नवाब वाजिद अली शाह के समय की है। वर्ष 1905 में स्थापित कोतवाली में एक वक्त में नवाब की सवारी आने पर मचान से लोगों को सूचना दी जाती थी, जो बाद में कोतवाली में परिवर्तित हुई। लखनऊ के सबसे पुराना बाजार चौक सांस्कृतिक पहचान और गौरवमयी इतिहास के लिए पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है।

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