मौसम की मार : आंधी-बारिश के साथ ओलावृष्टि, हादसों में पांच की मौत
मृतकों में तीन बच्चे, दो महिलाएं परिजन बेहाल, फसलों को पहुंचा नुकसान, किसान की बढ़ी चिंता

बाराबंकी : बाराबंकी के बड़े इलाके में गुरुवार शाम अचानक आए तेज आंधी-तूफान और ओलावृष्टि ने तबाही मचा दी। इस दौरान हुए हादसों में तीन बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। तेज हवाओं के साथ हुई बारिश और ओलावृष्टि से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कई स्थानों पर पेड़ गिरने और कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचने की खबर है। आंधी बारिश ने फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचाया है।
बनीकोडर प्रतिनिधि के अनुसार असन्दरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कचार मजरे हकामी गांव में गुरुवार शाम राजीव यादव का 13 वर्षीय बेटा शिवम साइकिल सीख रहा था, जबकि मुन्ना लाल की 12 वर्षीय पुत्री ज्योति के साथ ही उसका भाई सौरभ 10 गांव के बाहर बकरी चरा रहे थे। करीब 5 बजे तेज आंधी के बाद बरसात शुरू हो गई तो बारिश से बचने के लिए ज्योति अपने भाई सौरभ व शिवम के साथ पास ही धर्मराज के बंद पड़े मुर्गी फार्म के अंदर शरण लेने पहुंच गए। तेज आंधी के चलते मुर्गी फार्म की दीवाल गिरी और तीनों मलबे के नीचे दब गए। बच्चों की चीख पुकार पर तमाम ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर बच्चों को बाहर निकाला और ईलाज के लिए भिटरिया स्थित एक निजी अस्पताल ले गए जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें सीएचसी भेज दिया। सीएचसी में चिकित्सकों ने ज्योति और शिवम को मृत घोषित कर दिया, जबकि सौरभ का इलाज जारी है।
अचानक हुई इस घटना से गांव में कोहराम मच गया। दूसरी घटना जैदपुर थाना क्षेत्र के ग्राम नवाबपुर कोडरी में हुई। इस गांव के रहने वाले निवासी विष्णुलाल की पत्नी फूलमती (40), उनका बेटा राहुल (22) और देवर वासुदेव का बेटा ध्रुव (6) खेत में सिंचाई करने गए थे। आंधी चलने पर तीनों लोग भागकर बाबा बिहारी दास स्मारक विद्यालय के टीन शेड के नीचे खड़े हो गए। इसी समय आंधी से टीन शेड गिर गया और तीनों दब गये। चीख पुकार सुनकर ग्रामीण घटनास्थल की तरफ भागे। ग्रामीण इन लोगों को निकालते, तब तक फूलमती और उसके भतीजे ध्रुव की मौत हो चुकी थी।
वहीं घायल राहुल को जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया। हादसे के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। सिरौली गौसपुर प्रतिनिधि के अनुसार रामनगर थाना क्षेत्र के ग्राम कांप फतेउल्लापुर निवासी मैकूलाल की पत्नी सिताबा बदोसरांय थाना क्षेत्र के ग्राम पेरी मजरे मौलाबाद अपनी बहन के घर जा रही थी। रास्ते में तेज आंधी के चलते पेड़ महिला पर गिर गया, जिससे मौके पर ही सिताबा की मौत हो गई।
गुरुवार की दोपहर बाद जिला मुख्यालय पर जहां तेज हवाओं के साथ धूल उड़ी और गर्मी से राहत मिली तो जिले के बड़े हिस्से में कुदरती आपदा ने कहर ढा दिया। रामसनेहीघाट प्रतिनिधि के अनुसार आंधी और वर्षा के साथ ओला वृष्टि से तहसील अंतर्गत क्षेत्रों में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। रबी फसल को 25-30 प्रतिशत क्षति होने का अनुमान है। इस बार आंधी की रफ्तार तेज होने के कारण गेहूं के खड़े पौधे खेतों में गिर गए। असंदरा क्षेत्र में ओलावृष्टि भी हुई।
रामनगर प्रतिनिधि के अनुसार तहसील क्षेत्र में तेज हवा और बारिश के साथ बिलखिया, अमोली सहित कई स्थानों पर ओलावृष्टि हुई। लोगों को गर्मी से निजात मिली लेकिन किसानों की माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गयी है। लखनऊ अयोध्या नेशनल हाईवेे पर स्थित लक्षबर बजहा चौराहे पर यूकेलिप्टस पेड़ गिरने से गुरुवार की शाम को करीब एक घंटे हाइवे जाम रहा। इस दौरान वाहनों की लंबी कतार लग गई।
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