Good Friday 2025: क्या है गुड फ्राइडे, क्यों मनाया जाता है इसे आज, जानिए 

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Published By Anjali Singh
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अमृत विचार। गुड फ्राइडे यह दिन ईसाई धर्म के लोगों के लिए अत्यंत महत्व रखता है। यह ईस्टर संडे से पहले आता है । और इस बार 18 अप्रैल को यह दिन मनाया जा रहा है। इसे ग्रेट फ्राइडे, होली फ्राइडे और ब्लैक फ्राइडे नमो से भी जाना जाता है। आइए जानते है इसके इतिहास और कुछ और अनसुने किस्सों के बारे में -

बता दें की आज ही वह दिन था जब प्रभु यीशु को सूली पर लटका दिया गया था इस दौरान उन्हें काफी दिक्कतों और कष्टों का सामना भी करना पड़ा था। उनके इस बलिदान को याद रखने के लिए लोग इस दिन को प्रभु यीशु के बलिदान के रूप में भी याद करते हैं। ईसाई लोग इस दिन चर्च में जाकर विष प्रार्थना करते हैं साथ ही प्रभु से अपने गुनाहों की माफ़ी मांगते हैं।  

ईसाई धार्मिक मान्यताओं में बताया गया है कि प्रभु यीशु को इसीलिए सूली पर लटकाया गया था क्योकि वह अज्ञानता के अंधकार को दूर करने और लोगों में ज्ञान, जागरूकता प्रेम अहिंसा का संदेश फैला रहे थे | बताते हैं उस वक़्त यहूदी कट्टरपंथी धर्मगुरुओ ने प्रभु यीशु का जमकर विरोध किया था । साथ ही रोमन गवर्नर पीतालुस से उनकी शिकायत कर दी।

क्यों कहा जाता है इसे GOOD FRIDAY

कट्टरपंथियों को खुश करके के लिए प्रभु यीशु को जान से मारने का आदेश दें दिया | उन्हें अपार यातनाये दी और क्रॉस पर लटकाकर मार दिया। इस दौरान उस वक्त प्रभु के आखिरी शब्द 'हे ईश्वर इन्हें क्षमा करें' क्योकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं | थे बता दें कि वो दिन शुक्रवार का था। और प्रभु यीशु के  बलिदान की वजह से इस दिन को गुड फ्राइडे मानते हैं। इसके तीसरे दिन बाद ही ईस्टर संडे मानते हैं मान्यता है कि इस दिन प्रभु फिर से जीवित हो गए थे और 40 दिन तक लोगों में उपदेश देते रहे थे।
  
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