Kanpur: मोबाइल की ब्लू लाइट से हो रही मैक्यूलर डिजनरेशन; GSVM के डॉक्टरों का दावा- ढूंढ निकाला आंखों की अभी तक लाइलाज बीमारी का इलाज

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
On

कानपुर, अमृत विचार। मोबाइल के अधिक इस्तेमाल से लोगों की आखों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। मोबाइल से निकलने वाली ब्लू लाइट से मैक्यूलर डिजनरेशन की बीमारी बढ़ रही है। अभी तक यह बीमारी लाइलाज थी, लेकिन जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज ने इसका इलाज स्टेम सेल से ढूंढ निकालने का दावा किया है।

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल की नेत्र रोग विभाग के डॉ.परवेज खान के मुताबिक मैक्यूलर डिजनरेशन बीमारी के इलाज में तीन तरह की स्टेम सेल का इस्तेमाल किया गया। इसमें से नवजात की नाड़ी में व्हार्टन जेली की स्टेम सेल से सफलता मिली है। इसके लिए टीम दो साल से लगी हुई थी। इस बीमारी में कोई मेडिसिन और प्रचलित विधि कारगर न होने पर स्टेम सेल विधि इस्तेमाल की गई। एक मरीज में अस्थि मज्जा की स्टेम सेल का प्रयोग किया गया, जिसमें सफलता नहीं मिली।

इसके बाद नवजात बच्चे की नाड़ी के रक्त में पाई जाने वाली स्टेम सेल का यूज किया गया, यह भी कारगर नहीं हुई। इसके बाद नवजात की नाड़ी की खून की नली के आसपास कुशन का काम करने वाली व्हार्टन जेली की स्टेम सेल ली गई। इसमें स्टेम सेल का यूज सफल रहा। मरीज की आंख के पर्दे में परिवर्तन भी देखने को मिला। आंख के पर्दे की कोशिकाएं स्वस्थ होने लगीं। आंख में स्टेम सेल डालने के छह माह के अंदर स्थिति में बदलाव देखने को मिला। डॉ.परवेज के मुताबिक स्टेम सेल से टीम को यह एक बड़ी सफलता मिली है।

यह होती है मैक्यूलर डिजनरेशन

डॉ. परवेज खान के मुताबिक मैक्यूलर डिजनरेशन को साधारण भाषा में समझा जाए तो जिस तरह कैमरे में मौजूद फिल्म पर तस्वीर बनती है, ठीक उसी तरह से हमारी आंखों के रेटिना पर तस्वीर बनती है। अगर रेटिना खराब हो जाए तो आंखों की रोशनी जा सकती है। इस बीमारी में मैक्यूल (रेटिना के बीच के भाग में) असामान्य ब्लड वैसेल्स बनने लगते हैं, जिससे केंद्रीय दृष्टि प्रभावित होती है। मैक्यूल के क्षतिग्रस्त होने पर इसे दोबारा ठीक करना मुमकिन नहीं है।

आंखों को ऐसे बचाएं

- मोबाइल चलाते समय अपनी पलकों को जरूर झपकाएं। 
- मोबाइल का इस्तेमाल करीब 8 इंच की दूरी से करें।
- ऐसा चश्मा पहनें जो ब्लू लाइट को आंखों से संपर्क करने से रोके।
- अंधेरे में लाइट बंदकर मोबाइल का इस्तेमाल न करें।
- पौष्टिक आहार का सेवन करें।

यह भी पढ़ें- PM मोदी का कानपुर दौरा रद्द: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला, 27 की मौत

संबंधित समाचार