बाराबंकी : नन्हीं परियों का हौसला बढ़ा गईं तापसी पन्नू, साइकिल देकर लगाए पंख
बच्चियों को सपना पूरा करने की दी हिम्मत, बाराबंकी को बताया दूसरा घर
बाराबंकी : बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू बुधवार को नन्ही कलियों के बीच पहुंची। यहां उन्होंने सरकारी विद्यालय की बच्चियों से मुलाकात की और उन्हें शिक्षा व खेल के माध्यम से सशक्त बनने के लिए प्रेरित किया। तापसी पन्नू के साथ उनके पति व पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी मेथियस बो भी मौजूद थे।
दरअसल तापसी गरीब तबके की बच्चियों को गोद लेकर शैक्षिक विकास में सहयोग करती हैं, इसी क्रम में बच्चियों से मिलने बाराबंकी पहुंची। तापसी पन्नू ने बच्चियों को शैक्षिक सामग्री और साइकिलें दीं। साथ ही बच्चियों के साथ काफी मस्ती की और पढ़-लिखकर आगे बढ़ने की सलाह दी। तापसी पन्नू ने बाराबंकी को अपना दूसरा घर बताया और कहा कि चार साल से वह यहां आ रही है। दरअसल तापसी एनजीओ नंदी फाउंडेशन द्वारा संचालित नन्ही कली प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं। वह देश के अलग-अलग हिस्सों में गरीब बच्चियों की पढ़ाई में मदद करती हैं।
उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रहीं हैं। इसी क्रम में तापसी पन्नू बिना किसी तामझाम व सुरक्षा के विकासखंड रामनगर स्थित पंचायत भवन गर्री पहुंचीं। नन्ही कली प्रोजेक्ट की प्रोग्राम ऑफिसर सितारा व उनकी टीम ने उनका स्वागत किया। तापसी ने यहां के छह सरकारी स्कूलों गर्री, लैन, लोनारमठ, बरियारपुर, बिंदौरा परसपुर और बहलोलपुर की 60 बच्चियों को गोद लिया है। संस्था की तरफ से आफ्टर स्कूलिंग इन बच्चियों को 2 घंटे फ्री ट्यूशन दिया जाता है। तापसी हर साल गोद ली हुई इन बच्चियों से मिलकर लर्निंग मटेरियल व अन्य सामान देती हैं। इस बार भी उन्होंने बेटियों को किताबें, रैकेट और शैक्षिक सामग्री और साइकिल समेत अन्य उपहार दिये। तापसी ने बच्चियों के साथ काफी देर तक बात की।
इसके अलावा उनके साथ गेम्स भी खेले। नन्ही कली प्रोजेक्ट की प्रोग्राम ऑफिसर सितारा ने बताया कि तापसी हर वर्ष नन्ही कली प्रोजेक्ट के सहयोग से अपनी गोद ली हुईं बच्चियों से मिलने आती हैं। तापसी पन्नू का कहना है कि मैं इन बच्चियों को डाक्टर, इंजीनियर और टीचर के साथ ही जो बनना चाहें, बनाना चाहती हूं। मैं इनके साथ हूं। क्योंकि अगर आप एक आदमी को शिक्षा देते हैं तो आप एक व्यक्ति को शिक्षित कर रहे हैं, लेकिन अगर आप एक औरत को शिक्षा देते हैं तो आप पूरे देश को शिक्षित करते हैं। आगे तापसी ने कहा कि कोई भी बच्ची, किशोरी या युवती शिक्षा से वंचित न रहे। वे चाहती हैं कि यह बच्चियां इतना आगे जाएं कि अपने गांव व जिले का नाम रोशन करें। उन्होंने बताया कि इस बार बच्चियों ने उनसे खुलकर बात की। उन्हें इससे काफी खुशी हुई। तापसी पन्नू ने कहा कि बच्चियों को साइकिल इसलिये दी, जिससे यह खुद चलाकर स्कूल पहुंच सकें। साथ ही पढ़ लिखकर अपने सपनों को पंख लगा सकें।
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