कम नंबर आने पर बच्चे को डांटें नहीं, प्रेरित करें; Kanpur के GSVM मेडिकल कॉलेज के मनोरोग विशेषज्ञ व डीआईओएस ने अभिभावकों से की अपील...

कानपुर, अमृत विचार। परीक्षा में कम नंबर आने पर बच्चे को डांटे-फटकारें नहीं। अभिभावकों से अपील है उनपर गुस्सा करने बजाय आगे के लिए प्रोत्साहित करें। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में मनोरोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. धनंजय चौधरी ने बताया कि परीक्षा में मनचाहे नंबर न आने पर डरने या घबराने की जरूरत नहीं है। जीवन में कोई भी परिस्थिति संभावनाओं का आखिरी पड़ाव नहीं बन सकती। परीक्षा में कम नंबर आने पर माता-पिता को बच्चे को समझाना चाहिए और उनके अंदर छिपी प्रतिभा को पहचानने में मदद करनी चाहिए।
तनाव कम करने में मदद करें। उन्हें अच्छी नींद, स्वस्थ भोजन और व्यायाम करने के लिए प्रोत्साहित करें। बच्चे को भावनात्मक समर्थन और मार्गदर्शन प्रदान करें। उनसे बात करें और उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश करें। बच्चे के अंदर की प्रतिभा को पहचानने में मदद करें, उनकी रुचियों और योग्यताओं को प्रोत्साहित करें। बच्चे को सकारात्मक दृष्टिकोण रखने में मदद करें।
उन्हें यह बताएं कि वह अपनी क्षमताओं और योग्यताओं से सफल हो सकते हैं, जिससे भविष्य में बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक अरुण कुमार ने बताया कि मनचाहे अंक न मिलने पर रीचेकिंग, स्क्रूटनी का विकल्प भी होता है।
अगर लगता है कि अंक कम मिले हैं तो इसके लिए विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा एक या दो विषय में पीछे रहे हैं तो यूपी बोर्ड सप्लीमेंट्री परीक्षा के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। अगर फेल भी हो गए हैं तो भी घबराने की जरूरत नहीं है। फिर यूपी बोर्ड परीक्षा में शामिल हों और अच्छी तैयारी कर अच्छे अंक हासिल करें। अच्छे से विषयों को तैयार करें और आतमविश्वास से परीक्षा दें।
ये भी पढ़ें- UP Board Exam Result 2025 : दसवीं में 96.67 प्रतिशत अंक पाकर आकांक्षा ने प्रदेश आठवें स्थान पर