पीलीभीत: 1751 में बना था हम्माम...अब ऐतिहासिक स्थल पर शौचालय निर्माण से आक्रोश

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Published By Monis Khan
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पीलीभीत, अमृत विचार। चौक बाजार के नजदीक प्रस्तावित सामुदायिक शौचालय को लेकर छिड़ी रार थमने का नाम नहीं ले रही है। विरोध के बाद काम बंद हुआ और फिर चिन्हित जगह को सही बताते हुए बीते दिनों कुछ महिलाओं ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद अब व्यापार मंडल की ओर से डीएम को ज्ञापन दिया गया। जिसमें चिन्हित जगह को ऐतिहासिक हम्माम बताते हुए सामुदायिक शौचालय की प्रक्रिया को स्थगित कराकर दूसरे स्थान पर निर्माण कराने की मांग की है।

भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल की अगुवाई में तमाम व्यापारी सोमवार सुबह कलेक्ट्रेट पहुंचे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन डीएम संजय कुमार सिंह को सौंपा गया। जिसमें बताया कि चौक बाजार स्थित खाटू श्याम मंदिर के करीब में 1751 में निर्मित ऐतिहासिक हम्माम है। उसके नजदीक में ही नवीन शौचालय के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। जिसे लेकर लोगों में असंतोष है। प्रस्तावित स्थल पर वर्तमान में कंगैया ईटों से सन 1751 में निर्मित ऐतिहासिक हम्माम आज भी मौजूद है। जिसको संरक्षित किया जाना चाहिए। उसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए काम हो। 

प्रस्तवित स्थल से महज तीस मीटर की दूरी पर नई तहसील में पहले से ही सार्वजनिक शौचालय की सुविधा है, जिसका इस्तेमाल भी हो रहा है। प्रस्तावित स्थल के सामने कई आवासीय भवन भी है। वहां पर शौचालय निर्माण होने पर दुर्गंध व गंदगी की समस्या आएगी। यह मांग की गई कि शौचालय निर्माण प्रक्रिया को स्थगित कराया जाए। वही, सीएमओ कर्यालय परिसर या नजदीक ही अन्य जगह पर इसका निर्माण कराया जाएगा तो मंगल बाजार, श्याम मंदिर आने वाले लोगों को लाभ मिलेगा और ऐतिहासिक धरोहर की गरिमा भी सुरक्षित रहेगी। 

शौचालय निर्माण की जगह को लेकर पिछले कुछ दिनों से चले आ रहे विवाद और लगातार पक्ष-विपक्ष को लेकर प्रशासन तक पहुंच रही शिकायतों के बाद मामला गर्माया है। इसे लेकर अब डीएम के निर्देश पर जांच शुरू कर दी गई है। सोमवार को एसडीएम सदर/प्रभारी ईओ नगर पालिका आशुतोष गुप्ता टीम के साथ मौके पर पहुंचे। शौचालय के लिए चिन्हित की गई जगह को देखा। तहसील से भी राजस्व टीम पहुंची। मौके पर स्थिति का आकलन करने के बाद एसडीएम ने राजस्व टीम ने संबंधित जमीन के बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उसी के आधार पर आगे निर्णय लिया जाएगा।

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