Bareilly: पैसे और जमीन की भूख में अंधे हुए रिश्ते, किसान की हत्या में पूरा परिवार शामिल, पढ़ें वारदात की पूरी कहानी
बरेली, अमृत विचार : सिरौली थाना क्षेत्र के गांव नसरतगंज में किसान सोमपाल की हत्या उसके भाई ने अपनी पत्नी और भतीजों के साथ मिलकर की थी। भतीजे धर्मेंद्र ने सोते समय सोमपाल के सीने में तमंचे से गोली मारी थी। सभी सोमपाल की जमीन और मकान हड़पना चाहते थे।
थाना सिरौली पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए भाई विजेंद्र, भतीजे धर्मेन्द्र, अमरपाल और भाभी भगवान देई को गिरफ्तार कर लिया। धर्मेन्द्र और अमरपाल वादी रामपाल के बेटे हैं। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर एक तमंचा, नाल में फंसा खोखा, एक जिंदा कारतूस और सोमपाल के चोरी किए गए 50 हजार रुपये में 37,200 रुपये बरामद कर लिए।
गांव नसरतगंज निवासी लेखराज के बेटे सोमपाल और विजेंद्र एक घर में और एक बेटा रामपाल परिवार के साथ गांव के बाहर मकान बनवा कर रहता है। सोमपाल अविवाहित था। 26 अप्रैल की रात सोमपाल खाना खाकर घर के आंगन में सो रहा था। उसकी रात में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस को परिजनों ने बताया था कि भाई विजेंद्र पड़ोसी दोस्त हरपाल के घर में सो रहा था।
विजेन्द्र और सोमपाल की साझेदारी में बने मकान में विजेंद्र का बेटा सो रहा था। जिस मकान में सोमपाल सोया था, उसमें विजेंद्र की पत्नी भगवान देई और बेटी सुनीता सोई थी लेकिन किसी ने गोली चलने की आवाज नहीं सुनी थी। पुलिस ने सोमपाल के भाई रामपाल की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच की और घरवालों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्याकांड का खुलासा हो गया और पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मंगलवार को सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
जेवर बेच कर कराया ऑपरेशन, फिर लिया लोन
पुलिस सोमपाल अविवाहित था। वह अपने भाई बिजेन्द्र के साथ ही उसके घर में रहता और खाता-पीता था। सोमपाल ने आरोपी भतीजे धर्मेन्द्र को जमीन में आधा हिस्सा देने का वादा किया गया था। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि कुछ साल पहले सोमपाल के पेट की पथरी का ऑपरेशन विजेन्द्र ने कराया था। जिसमें बंटवारे में मिली ज्वेलरी को बेचना पड़ा था। उसके बाद सोमपाल ने किसान कार्ड और भूमि विकास बैंक से लोन लिया।
साथ ही कुछ लोगों से भी रुपये उधार लेकर मौज मस्ती में उड़ा दिए। काफी कर्ज होने पर सोमपाल ने अपनी जमीन बेचने का फैसला लिया। जमीन बेचने के लिए दूसरे गांव के एक युवक से 50 हजार रुपये बयाना भी ले लिया था। जब इसकी जानकारी हुई तो सोमपाल की गैरमौजूदगी में उसके बक्से की तलाशी ली गई तो उसमें 50 हजार रुपये मिले। जिसे सभी ने निकाल लिया।
आरोपियों को डर था कि अगर सोमपाल ने अपनी जमीन बेच कर रुपये मौज मस्ती में उड़ा दिया तो कर्ज मांगने वाले उसके घर पर आएंगे और कर्ज चुकाने के लिए उन्हें अपनी जमीन भी बेचनी पड़ेगी। उसके बाद चारों आरोपियों ने मिलकर सोमपाल की हत्या करने की योजना बनाई। 26 अप्रैल की रात को हत्या करने की बात पर सभी की सहमति बनी। उसके बाद देर रात सोमपाल के सीने में गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसके बाद शव को जंगल में फेंकने की तैयारी थी, लेकिन फंसने के डर से पुलिस को सूचना दी गई।
गोली मारकर घर के पास छुपा दिया था तमंचा
रात को जब सोमपाल सो रहा था तभी धर्मेन्द्र ने उसे तमंचे से गोली मार दी। इसके बाद तमंचा घर के पास ही घूरे में छिपा दिया और ट्रैक्टर लेकर खेत में चला गया। योजना के अनुसार अमरपाल ने घटना की सूचना पुलिस को देकर भ्रमित करने की कोशिश की। पुलिस टीम ने जांच के बाद चारों आरोपियों को पिपरिया तिराहे के पास स्थित एक दो मंजिला दुकान की आड़ से गिरफ्तार कर लिया। विजेन्द्र की तलाशी में उसके पास से 37,200 रुपये बरामद हुए, जो सोमपाल के चुराए गए 50 हजार रुपये में से बचे हुए थे। वहीं, धर्मेन्द्र की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया गया।
जमीन की लालच में आकर भाई ने पत्नी और भतीजों के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई थी। सभी ने मिलकर सोमपाल की हत्या कर दी। जबकि, इस हत्याकांड में रामपाल को शामिल नहीं किया गया। सोमपाल के सीने में भतीजे धर्मेंद्र ने गोली मारी थी। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया- अंशिका वर्मा, एसपी दक्षिणी।
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