Kanpur: चमनगंज में केस्को ने पकड़े 90 बिजली चोर; मीटर बाईपास, भूमिगत केबिल और पोल में कटिया डालकर कर रहे थे चोरी, FIR दर्ज
कानपुर, अमृत विचार। केस्को की विजिलेंस टीम ने सर्वाधिक लाइन लॉस वाले चमनगंज क्षेत्र में 42 दिनों तक बिजली चोरी रोको अभियान चलाकर 90 बिजली चोर पकड़े। टीम ने सभी के खिलाफ विद्युत चोरी निरोधक थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। केस्को की विजिलेंस टीम के मुताबिक सर्वाधिक बिजली चोरी चमनगंज क्षेत्र में हो रही है। इसलिए केस्को की विजिलेंस टीम 17 मार्च से यहां पर प्रतिदिन मॉर्निंग रेड, दिन के समय कॉम्बिंग रेड और रात में नाइट पेट्रोलिंग भी कर रही है।
केस्को मीडिया प्रभारी देवेंद्र वर्मा के मुताबिक केस्को की विजिलेंस टीम ने 42 दिन में 1576 परिसरों की चेकिंग की, टीम ने 83 परिसरों पर मौके पर बिजली चोरी पकड़ी। यह लोग मीटर बाईपास कर, भूमिगत केबिल में कटिया या पास के पोल से कटिया डालकर बिजली चोरी कर रहे थे। टीम ने इन 83 लोगों के खिलाफ विद्युत चोरी निरोधक थाने में एफआईआर दर्ज कराई। वहीं, 28 अप्रैल को टीम ने मॉर्निंग रेड के दौरान तीन परिसरों में बिजली की चोरी पकड़ी। 29 अप्रैल को क्षेत्र में पांच जगह बिजली चोरी पकड़ी गई है। बिजली चोरी रोकने के लिए यह अभियान तब तक चलता रहेगा, जब तक चमनगंज क्षेत्र में लाइन लॉस 25 फीसदी से घटकर पांच फीसदी नहीं हो जाता।
भूमिगत केबिल व सी पैनल में भी लग रही कटिया
केस्को के एक अभियंता ने बताया कि बिजली चोरों ने भूमिगत केबिल और सी पैनल से बिजली चोरी करने का तरीका भी खोज निकाला है। एबी केबिल से भी पूर्व में बिजली चोरी के मामले सामने आ चुके है। भूमिगत केबिल से बिजली चोरी करना वैसे तो मुश्किल है, लेकिन जब भूमिगत कोई कार्य होता है तो बिजली चोर कार्य करने वाले श्रमिकों से सेटिंग कर बिजली चोरी करते हैं। जिसकी वजह से संबंधित क्षेत्र के ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ता है और फाल्ट होते हैं।
