लखनऊ में अस्पताल की छत से पथराव, कई चोटिल, टूटी गाड़ियां

लखनऊ में अस्पताल की छत से पथराव, कई चोटिल, टूटी गाड़ियां

लखनऊ, अमृत विचार। इटौंजा के महोना में संचालित हो रहे निजी अस्पताल में नौकरी से निकाले जाने का कारण पूछने गए कर्मी समेत परिजनों को अस्पताल संचालक ने पीट दिया। मामले की जानकारी होने पर अन्य परिवारीजन अस्पताल पहुंचे तो संचालक ने कर्मचारियों से उन पर बिल्डिंग की छत से पथराव करा दिया, जिसमें दो महिलाओं समेत पांच लोग लहूलुहान हो गए। मामले की सूचना मिलते ही अस्पताल पहुंची पुलिस को देखकर पथराव कर रहे कर्मचारी मौके से फरार हो गए।

महोना नगर पंचायत कार्यालय के पास ही स्थानीय निवासी असफाक गाजी की तीन मंजिला बिल्डिंग रीबा टावर है, जिसमें अफजल नाम के व्यक्ति द्वारा सहारा वेलकेयर हॉस्पिटल चलाया जा रहा है। महोना नगर पंचायत के वार्ड 8 शेख टोला निवासी महिला बिब्बो ने बताया कि उनका बेटा शाहरुख सहारा वेलकेयर हॉस्पिटल में नौकरी करता था, जिसे बिना कारण बताए ही निकाल दिया गया था। जिसको लेकर वह अस्पताल से निकाले जाने का कारण पूछने गई थी। महिला का आरोप है कि कारण पूछने पर अस्पताल में मौजूद असफाक गाजी, मुख्तार, हसीन, हबीब, शब्बू, डॉ. अफजल अंसारी ने उन्हें और उनके बेटे शाहरुख को पीटना शुरू कर दिया। अस्पताल में दोनों को बुरी तरह पिटता देख वार्ड 6 का निवासी मिथुन उन्हें बचाने आया तो उसकी भी जमकर पिटाई कर दी। जिसके बाद आसपास के लोग अस्पताल के बाहर एकत्रित हो गए और बिना कारण ही लोगों को पीटने का विरोध जताया। आरोप है कि इसके बाद अस्पताल संचालक अफजल व असफाक गाजी अपने अन्य कर्मचारियों के साथ इमारत की छत पर चढ़ गए और एकत्रित भीड़ पर ईंट-पत्थरों की बरसात कर दी, जिसमें साहिल, रुबीना, मिथुन गौतम, कलाम समेत अन्य कई लोग चोटिल हो गए। इतना ही नहीं, छत से हो रहे पथराव में अस्पताल के बाहर खड़ी कार व मोटरसाइकिलें भी टूट गईं। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा। वहीं महिला बिब्बो ने अस्पताल संचालक समेत अन्य के खिलाफ तहरीर देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। प्रभारी निरीक्षक मार्कण्डेय यादव ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

महिला का आरोप, पुलिस दे रही अस्पताल संचालक का साथ

मारपीट में चोटिल महिला बिब्बो का आरोप है कि अस्पताल संचालक प्रॉपर्टी डीलर व ऊंचे रसूख वाला व्यक्ति है, जिसको लेकर पुलिस कार्रवाई करने के बजाय घटना को बदलने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पथराव का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है और देखा जा सकता है कि पथराव केवल हॉस्पिटल की छत से हो रहा है। महिला के मुताबिक, पुलिस अगर घटना को दबाएगी तो वह उच्चाधिकारियों के पास वीडियो और शिकायत लेकर जाएंगी।

बीकेटी के एसीपी अमोल मुरकुट ने बताया कि मामला संज्ञान में है, पुलिस सीसीटीवी कैमरे व वायरल वीडियो की भी जांच कर रही है। जांच के आधार पर एफआईआर दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

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