प्रदेश की टॉप 10 सूची में स्थान प्राप्त करना बड़ी बात: डीएम ने UP बोर्ड परीक्षा के मेधावी छात्रों को किया सम्मानित

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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बाराबंकी, अमृत विचार। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट के लोकसभागार में यूपी बोर्ड परीक्षा के मेधावी छात्रों का सम्मान किया। उन्होंने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रदेश की टॉप टेन सूची में स्थान बनाने वाले छात्र-छात्राओं को फूल-माला और मेडल पहनाकर स्वागत किया। सम्मानित होने वाले हाईस्कूल के छात्रों में अभिषेक कुमार यादव, आसना फातिमा जैदी, गदीर फातिमा, सारिका पांडे, शुभी वर्मा, वृतिका वर्मा, कलश वर्मा और शगुफी मलिक शामिल रहे।

इंटरमीडिएट से अंशिका तिवारी को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में एक विशेष सम्मान रामसनेहीघाट तहसील के बनीकोडर ब्लॉक के निजामपुर गांव के छात्र राम केवल को दिया गया। राम केवल ने गांव के इतिहास में पहली बार हाईस्कूल परीक्षा उत्तीर्ण कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। डीएम ने मेधावी छात्रों के अभिभावकों और संबंधित विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं प्रबंधकों को भी सम्मानित किया।

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उन्होंने छात्रों की सफलता की कहानियां सुनीं और उनके भविष्य के सपनों के बारे में जाना। साथ ही छात्र-छात्राओं से अपनी स्वयं की पढ़ाई और सफलता की कहानी शेयर करते हुए उन्हें आशीर्वचन दिया। कार्यक्रम में प्रशिक्षु आईएएस तेजस के., डीआईओएस ओपी त्रिपाठी, बीएसए संतोष कुमार देव पाण्डेय सहित छात्र-छात्राओं के अभिभावक और शिक्षक मौजूद रहे।

नवाचार मिशन पहचान का कमाल


डीआईओएस के नवाचार मिशन पहचान का कमाल अब जनपद में साफ दिख रहा है। इसी पहल का असर है कि राम केवल ने न केवल खुद में छिपी प्रतिभा को पहचानकर गांव के इतिहास में पहली बार हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा राजकीय इण्टर कॉलेज अहमदपुर से उत्तीर्ण की, बल्कि परिवार, गांव, समाज और कॉलेज को गर्व की अनुभूति भी कराई। राम केवल ने बताया कि मिशन पहचान के जरिये उसे मेहनत से पढ़ाई व अन्य एक्टिविटी करने की प्रेरणा मिली।

जिला विद्यालय निरीक्षक ओपी त्रिपाठी ने कहा कि छात्र राम केवल ने जो रास्ता शुरू किया है, वह आने वाली पीढ़ियों को रोशनी दिखाएगा। एक प्रेरणादाई इतिहास लिखने के लिए राम केवल एवं उनके परिवार को बधाई एवं शुभकामना देता हूं। राम केवल की आगे की पढ़ाई की जिम्मेदारी भी लेता हूं। जिससे वह पढ़कर अपने सपनों को साकर कर सके। पढ़ाई के प्रति उदासीन छात्रों के लिये राम केवल रोल मॉडल है।

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