बाराबंकी: शव के अंतिम संस्कार से इंकार, तीन घंटे चला हंगामा, मलौली में फार्मासिस्ट हत्याकांड को लेकर तनाव

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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मसौली/बाराबंकी, अमृत विचार। लाठी डंडों से पीट पीटकर फार्मासिस्ट की हत्या के प्रकरण में रविवार को परिजनों ने शव के अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया। हंगामा करते हुए हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग रखी गई। तनाव बढ़ता देख कई थानों की पुलिस व पीएसी मौके पर पहुंची वहीं करीब तीन घंटे तक चला हंगामा शीघ्र गिरफ्तारी के दिलासे पर समाप्त हुआ। पुलिस कई एंगल से इस हत्याकांड की जांच कर रही है हालांकि पिता की तहरीर पर पुलिस ने मृतक के चचेरे चाचा आदि के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। 

बताते चलें कि मसौली थाना क्षेत्र के ग्राम डड़ियामऊ निवासी सत्येंद्र कुमार 23 उर्फ़ ओमप्रकाश पुत्र गंगा प्रसाद विश्वकर्मा एक वर्ष से ग्राम मलौली में विश्वकर्मा मेडिकल स्टोर एवं फार्मा क्लिनिक का अस्पताल चला रहा था। हालांकि उसका मूल पद फार्मासिस्ट ही है। शनिवार को मध्य रात्रि के करीब अज्ञात हमलावरों ने मेडिकल स्टोर का शटर खुलवाते ही सत्येंद्र कुमार पर लाठी डंडो से हमला बोल दिया, जानकर बचाकर भागे सत्येन्द्र को दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया। मरणासन्न सत्येन्द्र को बचाने के प्रयास में दिव्यांग विवेक नाग उर्फ़ बेल पर भी कई लाठियां पड़ीं। विवेक के शोर मचाने पर ग्रामीण दौड़े लेकिन हमलावर फरार हो गये। मरणासन्न सत्येन्द्र ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया।

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इस मामले में मृतक के पिता गंगा प्रसाद ने अपने चचेरे भाई लाल बहादुर  नंद किशोर, संतलाल, राजेंद्र प्रसाद पुत्र राम आसरे व लालबहादुर के पुत्र अर्पित उर्फ़ कल्लू, विनय व प्रदम पुत्र संतलाल सहित कुछ दिन पूर्व मृतक की क्लीनिक पर काम कर चुकी कथित नर्स नायरा पुत्री अयोध्या प्रसाद निवासी ग्राम इल्मासगंज के साथ ही आकाश यादव व विवेक यादव पुत्र रामविलास निवासी चपरी मजरे भयारा पर हत्या करने की तहरीर दी है। पुलिस इस मामले में कई एंगल पर जांच कर रही है और कईयों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही। 

घर पहुंचा शव तो फैला तनाव, हंगामा

शनिवार देर रात फार्मासिस्ट सत्येंद्र की हत्या के बाद पोस्टमार्टम गृह से शव घर पहुंचते ही कोहराम व तनाव एक साथ उपजा। ग्रामीणों की मौजूदगी में परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया, कहा कि जब तक हत्यारोपी पकड़े नहीं जाते तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं होगा। गांव में हंगामे की सूचना पर सीओ रामनगर गरिमा पंत, फतेहपुर जगतराम कनौजिया, मसौली, बदोसरांय, फतेहपुर कोतवाली पुलिस पीएसी के साथ मौके पर पहुंच गई। काफी समझाने बुझाने के बाद परिजन अंतिम संस्कार को राजी हुए।

मृतक के कंधों पर थी बड़ी जिम्मेदारी 

मृतक सत्येंद्र कुमार तीन सगे भाई शैलेन्द्र व देवेश कुमार थे। इनमें मृतक सबसे बड़ा होने के कारण घर की सारी जिम्मेदारी उसी के कंधों पर थी तथा तीन बहनों मे दो की शादी हो चुकी जबकि छोटी बहन संगीता की शादी की जिम्मेदारी भी उसी के माथे रही। गंगा प्रसाद के सबसे बड़े बेटे की हत्या से पूरे घर में कोहराम मचा हुआ है और परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।

कई हिरासत में, शक के आधार पर पूछताछ जारी

प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि मृतक के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया शक के आधार पर कुछ लोगों थाने पर लाकर पूछताछ की जा रही है तथा क्लीनिक पर लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर भी जाँच जारी है। जल्द से जल्द हत्या का खुलासा किया जायेगा।

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