नीट यूजी के इन questions ने किया छात्रों को परेशान, छात्रों ने लगाए कई आरोप
लखनऊ, अमृत विचार: द नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (एनईईटी)-2025 में रविवार को राजधानी में 35,000 छात्र-छात्राएं शामिल हुए। 73 केंद्रों पर 2 बजे से शाम 5 बजे तक शांतिपूवर्क परीक्षा सम्पन्न हुई। परीक्षा आरंभ होने के करीब डेढ़ घंटे पहले परीक्षार्थियों को केंद्र पर आने की अनुमति दी गई। तीन से पांच राउंड की विधिवत जांच के बाद कक्षों में प्रवेश दिया गया। मजिस्ट्रेटों की तैनाती के बीच सीसीटीवी, सेंसर और वीडियोग्राफी के बीच परीक्षा कराई गई।
पिछले वर्ष इस परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। जिसके बाद एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) की साख पर सवाल उठने लगे थे। इस वर्ष सघन जांच की गई। अभ्यर्थियों के फोन, स्मार्ट वाच से लेकर स्टाईलिश चश्में, पॉवर बैंक आदि जमा करा लिए गए। अलीगंज लोक सेवा आयोग पर परीक्षा देने आई छात्राओं ने आरोप लगाया कि जांच के नाम पर बालों का जूड़ा खुलवाया गया। हेयर पिन को जमा करा लिया गया।
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लगभग सभी परीक्षा केंद्रों के मुख्य गेट परीक्षा आरंभ होने से आधे घंटे पहले बंद कर दिए गए। जो छात्र रास्ता भटकने या केंद्र खोजने के कारण पहुंचने में विलंबित हो गए उनको परीक्षा केंद्र में जाने के लिए गुहार लगानी पड़ी। कई जगह जांच कर रहे कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं में बहस भी हो गई। आलम बाग के पास एक परीक्षा केंद्र पर परीक्षा केंद्र के कर्मचारियों और अभिभावकों में परीक्षा केंद्र में बच्चों को प्रवेश देने के लिए गर्मागर्म बहस भी हो गई।
पांच स्तरीय हुई जांच
1-प्रवेश पत्र, परिचय पत्र और फोटो की जांच
2-मेटल डिटैक्टर से इलेक्ट्रानिक उपकरण की जांच
3-बायोमिट्रिक जांच जिसमें आंख की पुतली से वेरिफाई किया गया
4-रजिस्ट्रेश डेस्क पर हस्ताक्षर और कागजात की जांच
5-परीक्षा कक्ष में जाने से संपूर्ण जांच
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ओवरऑल ठीक रही परीक्षा
ज्यादातर अभ्यर्थियों का कहना है कि प्रश्नपत्र मॉडरेट था। हालांकि कुछ अलीगंज लोकसेवा आयोग पर परीक्षा देने आई छात्रा सविता यादव ने बताया कि भौतिकी के प्रश्न कठिन थे जबकि प्राणि विज्ञान के प्रश्न मुझे आसान लगे। राजकीय इंटर कॉलेज में परीक्षा दे रहे आलोक दीक्षित का कहना है कि पेपर ठीक ही था। वह दूसरी बार यह परीक्षा देने आए थे। लखनऊ विश्वविद्यालय में परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों ने बताया कि पेपर मॉडरेट था। तीनों हिस्सों में से न तो किसी को कठिन न ही आसान कह सकते हैं।
बोले छात्र
परीक्षार्थियों ने बताया कि भौतिकी का पेपर कठिन था, रसायन विज्ञान के प्रश्न संतुलित लेकिन निश्चित रूप से मुश्किल थे। कार्बनिक रसायन विज्ञान और डी एवं एफ ब्लॉक तत्वों से संबंधित अधिक प्रश्न पूछे गए थे। भौतिक रसायन विज्ञान के प्रश्न गणना आधारित थे, जबकि अकार्बनिक रसायन विज्ञान के प्रश्न एनसीईआरटी पर आधारित थे।
पार्थ, परीक्षार्थी
बायो के प्रश्न अन्य दो विषयों की तुलना में आसान थे। अधिकांश प्रश्न एनसीईआरटी की पुस्तकों से पूछे गए थे, जिनमें आनुवंशिकी, मानव शरीर विज्ञान और पारिस्थितिकी प्रमुख थे।
राहुल, परीक्षार्थी
फिजिक्स के सवालों ने काफी उलझाया। केमिस्ट्री के सवाल फिजिक्स के थोड़े आसान थे। वहीं बायोलॉजी के सभी सवाल बेहद ही आसान थे। पूरी उम्मीद है की मेरा कट-ऑफ में नाम आ जाएगा।
रिचा, परीक्षार्थी।
फिजिक्स के सवाल बहुत कठिन थे। इसमें चुंबकत्व, इलेक्ट्रोस्टैटिक्स और सेमीकंडक्टर इलेक्ट्रॉनिक्स से अधिकांश प्रश्न थे। केमिस्ट्री और बायो के सवाल अपेक्षाकृत आसान थे।
अकांक्षा, परीक्षार्थी
एनसीईआरटी पाठ्यक्रम पर आधारित प्रश्न पूछे गए थे, जिनमें भौतिकी और रसायन विज्ञान के प्रश्न थोड़े कठिन थे, लेकिन जीव विज्ञान ने काफी राहत प्रदान की। परीक्षा पैटर्न पिछले वर्षों की तरह ही रहा।
मुस्कान, परीक्षार्थी
