लखीमपुर: प्रशासन की सख्त कार्रवाई, दो मदरसों में लगा ताला, बेसिक स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ेंगे बच्चे
पलियाकलां, अमृत विचार: इंडो नेपाल बार्डर पर चंदनचौकी कोतवाली क्षेत्र के दो गांवों में बिना मान्यता चल रहे दो मदरसों को तहसील प्रशासन ने बंद करा दिया है। एसडीएम ने इनमें पंजीकृत बच्चों को नजदीकी सरकारी स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने के लिए भेजने के निर्देश दिए हैं।
एसडीएम रत्नाकर मिश्रा ने बताया कि चंदन चौकी कोतवाली क्षेत्र के गांव बिचपटा एवं रामगढ़ में मदरसे बिना मान्यता के अवैध रूप से चल रहे थे। इनके संचालक मान्यता संबंधी कोई प्रपत्र नहीं दिखा सके। दोनों मदरसे मस्जिद में संचालित थे। इसलिए दोनों मदरसों को बंद करवा दिया गया।
उन्होंने बताया कि बिचपटा के मदरसे में 45 और रामगढ़ के मदरसे में 22 बच्चे पंजीकृत थे। सभी को प्राथमिक विद्यालयों से लेकर आंगनबाड़ी में प्रवेश दिलाने के लिए बीईओ रमन सिंह को निर्देश दिए हैं। बीईओ ने बताया कि कई बच्चों की उम्र छह साल से कम है।
इसलिए इनको आंगनबाड़ी केंद्रों पर भेजने के लिए सीडीपीओ को लिखा है, जबकि अन्य सभी बच्चों को प्राथमिक विद्यालयों में प्रवेश दिलाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस दौरान सीओ यादवेंद्र सिंह यादव सहित चंदन चौकी, गौरीफंटा कोतवाल सहित चंदन चौकी में तैनात सशस्त्र सीमा बल के सहायक कमांडर निखिल राज मय जवानों के मौजूद रहे। इससे पहले बिचपटा गांव में अवैध रूप से बनाई गई एक मजार को भी तहसील प्रशासन हटवा चुका है।
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