अब महाराणा प्रताप चौराहे के नाम से जाना जाएगा हुसैनगंज चौराहा, जयंती पर सीएम योगी ने बदला नाम, पाकिस्तान को भी लगाई फटकार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ में महाराणा प्रताप की जयंती पर हुसैनगंज चौराहे का नाम बदलकर 'महाराणा प्रताप चौराहा' कर दिया। प्रतिमा के सौंदर्यीकरण के बाद लोकार्पण करते हुए सीएम योगी ने वीर प्रताप के बलिदान को नमन किया। महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 को हुआ था।
अब अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है पाकिस्तान- सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भारत की हालिया जवाबी कार्रवाई में मारे गए आतंकवादियों के प्रति पाकिस्तान का खुला समर्थन यह साबित करता है कि वह देश न केवल आतंकवाद का पनाहगाह है, बल्कि अब “अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है।” महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर लखनऊ में एक सभा को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, “भारत की कार्रवाई के बाद, जब आतंकवादी मारे गए, तो पाकिस्तान के शीर्ष सैन्य अधिकारी और राजनेता उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इस बेशर्मी भरे प्रदर्शन से दुनिया की आंखें खुल जानी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान केवल आतंकवाद को संरक्षण नहीं दे रहा, वह सीधे तौर पर इसमें शामिल है। उसकी संलिप्तता अब इतनी स्पष्ट हो गई है कि उसे अपने अस्तित्व के लिए भी संघर्ष करना पड़ेगा।” जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत ने कड़ा जवाब देने का संकल्प लिया है।
उन्होंने कहा, "आप सभी ने देखा होगा कि हमारे पर्यटकों पर कितनी बर्बरता से हमला किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दृढ़ संकल्प लिया और हमारे बहादुर सैनिकों ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया।" आदित्यनाथ ने लोगों से राष्ट्रीय एकता बनाए रखने और “परीक्षा की इस घड़ी” के दौरान सशस्त्र बलों का समर्थन करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, "प्रत्येक भारतीय को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए। यदि कोई शरारती तत्व अशांति फैलाने की कोशिश करता है, तो हमें सतर्क रहना चाहिए और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले किसी भी कृत्य का पर्दाफाश करना चाहिए।" उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए फैलाई जा रहीं गलत सूचनाओं के बारे में भी चेतावनी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा, "अफवाहें फैलाने की कोशिशें होंगी। लेकिन हमें ऐसे शोर को नजरअंदाज करना चाहिए और प्रधानमंत्री मोदी के साथ चलना चाहिए। भारत जीतेगा-इसमें कोई संदेह नहीं है।" आदित्यनाथ ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि महाराणा प्रताप जयंती कठिन समय में एकजुट रहने की प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा, "यह अवसर हमें अपने सुरक्षा बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने और उनका मनोबल बढ़ाने की याद दिलाता है।"
https://twitter.com/myogiadityanath/status/1920705951633732005
इससे पहले सीएम योगी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, "माँ भारती के अमर सपूत, स्वतंत्रता की अमर आवाज़, बलिदान की उज्ज्वल ध्वजा, 'हिंदू सूर्य', वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप को उनकी पावन जयंती पर कोटि-कोटि नमन! अपने देश, धर्म और स्वाभिमान के लिए अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले महाराणा भारत के महान नायक और जननायक हैं। मजबूत लोकतांत्रिक मूल्यों से ओतप्रोत महाराणा के व्यक्तित्व की आभा 'मानवता के संघर्ष' को रोशन करती रहेगी और सदियों तक हमारा मार्गदर्शन करती रहेगी।"
