बागपत: देश बुलाए तो सरहद पर जाने को तैयार, बोले 95 साल के सेवानिवृत सूबेदार लच्छीराम
बागपत। पाकिस्तान के साथ देश के बढ़ते तनाव के बीच उत्तर प्रदेश में बागपत के ढिकौली गांव के रहने वाले 95 वर्षीय पूर्व सूबेदार लच्छीराम ने देश सेवा का अनूठा जज्बा दिखाया है। 1971 के भारत पाक युद्ध में हिस्सा लेने वाले लच्छीराम ने कहा कि वर्तमान में सरहद पर तनाव के बीच अगर सेना उन्हें बुलाएगी तो वह आज भी सेवा के लिए तैयार हैं।
दरअसल, ढिकौली गांव की विशेषता है कि यहां की करीब दस हजार की आबादी में लगभग हर घर से कोई न कोई सदस्य सेना में सेवारत है या सेवानिवृत्त हुआ है इसलिए इसे “ फौजियों का गांव” भी कहा जाता है। गांव के अन्य पूर्व सैनिकों ने भी सूबेदार लच्छीराम के विचारों का समर्थन किया है। रिटायर्ड सैनिक जयकुमार सहरावत ने कहा कि वह अपनी वर्दी तैयार रखकर सेना के आदेश का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह रिटायर्ड है थके नहीं हैं। पूर्व सूबेदार भीष्म ने भी देश सेवा के लिए तत्पर रहने की बात कही। सभी पूर्व सैनिकों का मानना है कि पाकिस्तान के साथ अंतिम निर्णायक युद्ध होना चाहिए, ताकि आतंकवाद की समस्या का स्थाई समाधान हो सके।
