बड़े मंगल की तैयारियां पूरी, जानें पूजन का शुभ मुहूर्त और शहर में क्या कुछ होगा खास

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Published By Muskan Dixit
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 जेठ मेले के लिए मंदिर तैयार, लगेंगे पूरे शहर में भंडारे

लखनऊ, अमृत विचार: बड़ा मंगल 13 मई से प्रारंभ हो रहा है। राजधानी के सभी मंदिरों में तैयारियां करीब-करीब पूरी हो गई हैं। मंदिरों के परिसरों में रंग-रोगन करा लिया गया है तो घंटियों को भी सुनहरे लुक में ला दिया गया है। प्रतिमाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। प्रसाद, पुष्पों और मालाओं की दुकानें सजने लगी हैं। मंदिर परिसर के बाहर लगने वाले भंडारों के लिए स्थान सुनिश्चित कर लिया गया है। छाया के लिए तंबू कनात लगा दी गई हैं। शहर में कई जगहों पर प्याऊ और लगने वाले भंडारों के लिए जगहों पर तैयारियां कर ली गई हैं। जेठ मेले के लिए तैयारियां जोरों पर हैं।

शहर की सभी प्रतिष्ठित हनुमान पीठों में महिला और पुरुष भक्तों के लिए अलग-अलग कतारें बनाई जा रही हैं। बैरिकेडिंग लगा इन्हें भी दोपहर तक पूरा करा लिया जाएगा। पुराना अलीगंज हनुमान मंदिर, लाल पुल के नजदीक पाताल पुरी लेटे हुए हनुमान मंदिर में पुजारी तैयारियों को अंतिम रूप दे चुके हैं। राजधानी के हनुमान सेतु वाले मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए परिसर को तैयार कर लिया गया है। कपूरथला पालीटेक्निक के सामने वाले हनुमान मंदिर, पांडेयगंज, अमीनाबाद, रकाबगंज, सिद्धनाथ पीठ स्थित हनुमान मंदिर, शनि मंदिर के पास हनुमंत धाम आदि में विशेष तैयारियां की गई हैं। इन स्थानों पर प्रसाद की दुकानें लग गई हैं। चौक, रकाबगंज, नादान महल रोड, सुभाष मार्ग, नाका हिंडोला, आलमबाग, चारबाग, कृष्णानगर, भूतनाथ, गोमतीनगर समेत सभी मंदिरों में भक्तों के लिए बैरिकेडिंग लगाकर कतारें बना दी गई हैं।

ज्येष्ठ का पहला बड़ा मंगल कल

इस वर्ष 13 मई से जेठ माह प्रारम्भ हो रहा है। जेठ माह का समापन 11 जून को होगा। ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल बताते हैं कि ज्येष्ठ माह के पहले मंगल को लखनऊवासी बड़े मंगल के रूप में मनाते हैं। इस बार जेठ माह में 5 बड़े मंगल पड़ेंगे जो 13 मई , 20 मई, 27 मई, 03 जून और 10 जून को पड़ेंगे। 13 मई मंगलवार को विशाखा नक्षत्र स्वामी गुरु प्रात: 9:09 तक उपरान्त अनुराधा नक्षत्र स्वामी शनि होंगे, चन्द्रमा मंगल की वृश्चिक राशि में होंगे उस पर वृषभ राशि से गुरु दृष्टि से गजकेसरी योग बनेगा। सूर्य अपनी उच्च मेष राशि में रहेंगे, शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में होंगे यह संयोग विशेष फल दायी है।

हनुमान जी कलयुग में सर्वाधिक पूजे जाने वाले देवता हैं। शास्त्रों के मुताबिक बजरंगबली को रुद्र का अवतार माना जाता है। इन्हें संकटमोचन, ग्राम देवता के रूप में भी पूजा जाता है। अष्ट सिद्धि और नौ निधि का वरदान प्राप्त है। ये शक्ति, तेज और साहस के प्रतीक हैं। हनुमान भक्त व्रत रख कर राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी का पूजन कर भजन- कीर्तन करते हैं। रामचरित मानस के सुन्दर काण्ड का पाठ करना बहुत लाभदायक होता है। लाल वस्त्र , लाल चन्दन, लाल फूल, सिन्दूर चमेली के तेल का लेप, तुलसी पत्र, बेसन के लडडू और बूंदी से ये शीघ्र प्रसन्न होते हैं। ज्येष्ठ माह में इनका पूजन से मंगल ग्रह सम्बंधी दोष दूर होते हैं। स्वास्थ्य लाभ, प्रापर्टी लाभ, कर्ज मुक्ति होती है। शत्रु बाधा दूर होती है। मुकदमों में विजय मिलती है। शनि ग्रह की पीड़ा से मुक्ति होती है।

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