राष्ट्रीय डेंगू दिवस: डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा, बचाव के लिए जरूरी है जागरूकता, जानिए इसके लक्षण और बचाव

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अमृत विचार: डेंगू साल दर साल बढ़ रहा है। मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। राहत की बात यह है कि डेंगू से मौत के आंकड़ों में खासी कमी आई है। डॉक्टरों का कहना है कि लोगों में डेंगू को लेकर जागरुकता बढ़ी है। लक्षण प्रकट होते ही लोग जांच करा रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर संचारी अभियान चला रहा है। इसकी वजह से डेंगू मरीजों की रफ्तार कुछ सुस्त पड़ी है। डॉक्टरों का कहना है कि शहर का विस्तार तेजी से हो रहा है। मकान, फ्लैट आदि का निर्माणकार्य तेजी से हो रहा है। नतीजतन जगह-जगह जलभराव है। इसकी वजह से नए इलाकों में मच्छरों की संख्या अधिक है। डेंगू जैसे मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारी में भी इजाफा हो रहा है।

सरकारी अस्पतालों में डेंगू की एलाइजा व कार्ड जांच की सुविधा उपलब्ध है। यह दोनों ही प्रकार की जांचें मुफ्त हो रही है। प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, बलरामपुर, सिविल, रानी लक्ष्मीबाई, लोकबंधु, राम सागर मिश्र समेत दूसरे अस्पतालों में डेंगू की जांच व इलाज की सुविधा उपलब्ध है।

स्वच्छता के नियमों का पालन कर डेंगू से बचा जा सकता है : UPCM 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को डेंगू जैसी बीमारी को हराने के लिए सभी से स्वच्छ वातावरण और सतर्क जीवनशैली अपनाकर जागरूक समाज बनाने का संकल्प लेने का आग्रह किया। राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आदित्यनाथ ने कहा कि डेंगू एक गंभीर बीमारी है लेकिन स्वच्छता के नियमों का पालन कर इससे बचा जा सकता है।' 

उन्होंने कहा, 'आइए, इस 'राष्ट्रीय डेंगू दिवस' पर हम सभी मिलकर यह संकल्प लें कि स्वच्छ परिवेश व सतर्क जीवनशैली अपनाकर एक जागरूक समाज का निर्माण करेंगे तथा डेंगू जैसी बीमारी को मात देंगे।' पूरे देश में मानसून पूर्व निवारक गतिविधियों की शुरुआत करने के लिए 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है।

डेंगू के लक्षण

तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, चकत्ते, शरीर में कमजोरी और आलस, मतली और उल्टी, पेट में दर्द, गंभीर डेंगू के चेतावनी संकेत, अचानक पेट में दर्द या बेचैनी, लगातार उल्टी, तेज सांस लेना, मसूड़ों या नाक से खून आना, अत्यधिक थकान या बेचैनी, उल्टी या मल में खून आना।


बचाव

अपने आसपास पानी जमा न होने दें, मच्छरदानी का प्रयोग करें, पूरी आस्तीन के कपड़े पहने, घर के आस-पास जमा पानी में मोबिल ऑयल डाल दें।

 

वर्ष डेंगू मरीजों की संख्या
2024 3244
2023 2747
2025 26

 

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