शाहजहांपुर: सुसाइड की मिली थी सूचना...मगर लाल सूटकेस में महिला शव देख पुलिस भी रह गई दंग

तिलहर, अमृत विचार। संदिग्ध परिस्थिति में महिला की मौत के बाद उसका शव सूटकेस में भरा मिलने से क्षेत्र में दहशत फैल गई। सीओ ज्योति यादव व कोतवाल राकेश कुमार ने फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर जांच कर पड़ताल की। पुलिस ने महिला के पति को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है।
पक्का कटरा मोहल्ला निवासी अशोक कनौजिया की 35 वर्षीय पत्नी सविता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। रविवार की सुबह बरेली में रहने वाले अशोक के छोटे भाई अनिल कनौजिया ने अपनी भाभी सविता के आत्महत्या करने की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर कोतवाल राकेश कुमार अशोक के घर पहुंचे तो जांच पड़ताल में सविता का शव घर में रखे एक लाल सूटकेस के अंदर से बरामद हुआ। वहां पर मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। सूचना पर सीओ ज्योति यादव ने फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की और कई चीजों को जांच के लिए कब्जे में लिया। सविता की मौत पर उसकी सास अगन्ना, उसकी 10 वर्षीय पुत्री संध्या, 8 वर्षीय पुत्र अमन, तीन वर्षीय पुत्र रोहित का रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ था। पुलिस के अनुसार पत्नी ने पहले भी आत्महत्या करने का प्रयास किया था। कोरोना काल के दौरान पंजाब के लुधियाना पंजाब में उसने खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया था, लेकिन समय रहते आग बुझा कर उसे बचा लिया गया था। हालांकि महिला आग से झुलस गई थी, जिसका इलाज कराया गया था। पति-पत्नी में आए दिन आर्थिक तंगी को लेकर झगड़ा हुआ करता था।
पति बोला- डर में सूटकेस में पैक कर दिया शव
पति अशोक ने पुलिस को बताया कि शनिवार रात वह मोहल्ले में आई एक बारात देखने गया था। इसी बीच सविता ने दरवाजे के चौखट से दुपट्टे के फंदे से लटककर जान दे दी। बारात देखकर लौटे अशोक ने जब सविता को फंदे से लटका देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने तुरंत सविता को फंदे से नीचे उतारा। पत्नी की मौत से घबराए अशोक ने बरेली में रह रहे अपने भाई अनिल को फोन कर घटना की जानकारी दी। उससे सलाह मांगी। काफी देर तक जब कोई फोन नहीं आया तो डर की वजह से अशोक ने पत्नी के शव को सूटकेस में पैक कर दिया।
बेटे के ब्लड कैंसर से परेशान थी सविता
पति-पत्नी दोनों अपने बड़े पुत्र अमन के ब्लड कैंसर से परेशान थे। जिसका इलाज पीजीआई लखनऊ से चल रहा है। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते वह लंबे समय से परेशान चल रहे हैं। पुलिस के अनुसार पति और पत्नी दोनों डिप्रेशन में थे। पति एक बैंक में प्राइवेट तौर पर रिकवरी का काम भी करता है और राष्ट्रीय गौ रक्षक संघ का पदाधिकारी भी है। कमाई बहुत कम थी। दोनों लगातार गरीबी से लड़ रहे थे।