Mohan Hotel की जांच करने नहीं पहुंचा एलडीए, बिना NOC चल रहा था होटल, जानें क्या हैं निर्माण के मानक

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार : चारबाग स्थित मोहन होटल में आग की घटना से लखनऊ विकास प्राधिकरण अनजान दिखा। अफसरों ने दूसरे दिन जांच करना तक उचित समझा। सम्बधित जोनल अधिकारी का सीयूजी नंबर स्विच ऑफ रहा और अन्य अधिकारियों ने फोन नहीं उठाए।

शनिवार देर रात जोन-6 अंतर्गत चारबाग में संचालित मोहन होटल में आग की घटना से एक बार फिर भवनों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और लोगों को सुरक्षित निकाला। लेकिन, घटना के बाद रविवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम जांच करने नहीं पहुंची। सवाल यह उठा कि होटल का मानचित्र प्राधिकरण से पास है या नहीं, निर्माण मानकों के अनुसार किया गया, सेटबैक या अन्य सुरक्षा के इंतजाम थे कि नहीं, इन बिंदुओं पर जांच नहीं हुई। बल्कि अधिकारी घटना से अनजान दिखे। जोनल अधिकारी का सीयूजी नंबर तक बंद रहा। जबकि अन्य के फोन तक नहीं उठे।

लेवाना, विराट और एसएसजी की घटना पर नहीं चेते

चारबाग में मोहन होटल में आग की घटना काेई पहली नहीं है। इससे पहले वर्ष 2019 में चारबाग के होटल विराट और उससे सटे एसएसजी होटल में भीषण आग लगी थी। इसमें 7 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद वर्ष 2022 में होटल लेवाना में आग लगने से चार लोगों की मौत हुई थी। इन घटनाओं के समय विभाग सक्रिय हुए थे। लेकिन, घटनाओं के बाद कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। शहरभर में दो हजार से ज्यादा बड़े-छोटे होटल संचालित हैं। चारबाग में रेलवे स्टेशन होने की वजह से क्षेत्र में सबसे ज्यादा होटल हैं। इनमें ज्यादातर होटल आवासीय क्षेत्र में बिना मानचित्र के सकरी गलियों में चलते हैं। न मानचित्र स्वीकृत है न सुरक्षा के इंतजाम है।

लेवाना की घटना पर चिह्नित किए थे 140 होटल

होटल लेवाना में आग की घटना पर जोन-6 अंतर्गत, हजरतगंज, चारबाग, हुसैनगंज, नाका आदि क्षेत्र में 140 होटल टीम ने चिह्नित किए थे। जिनका न मानचित्र पास था न आग से बचाव के इंतजाम थे। इनमें 100 होटलों का ध्वस्तीकरण आदेश पूर्व में पारित था। जबकि 40 सील करने थे। एलडीए ने कार्रवाई के लिए कदम उठाए तो उच्च अधिकारी और नेताओं के दबाव में पीछे हट गए थे। इसी तरह शहर में रेस्टोरेंट, मॉल, नर्सिंग होम, कोचिंग सेंटर, कॉम्पलेस, अपार्टमेंट आदि में सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं।

ये होते निर्माण व सुरक्षा के मानक

- मानचित्र के अनुसार भवन का निर्माण

- रेन वाटर सिस्टर व पार्किंग की जगह

- हाइट के हिसाब से फायर गाड़ी जाने को सेटबैक

- फायर के प्वाइंट, स्मोक फायर अलार्म

- परिसर में आग बुझाने के हाईड्रेंट प्वाइंट

- निकास द्वार, जीना, फायर स्टेयरकेस

- फायर व ज्वलनशील पदार्थ रखने की एनओसी

- आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र व समय उसकी रीफिलिंग

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