Lucknow News: बिजली अधिकारी नहीं कुर्सी पर, कैसे हो गलत बिलों का समाधान
लखनऊ, अमृत विचार: राजधानी में बड़ी संख्या में उपभोक्ता अधिक बिजली बिल आने की समस्या से परेशान हैं। शिकायत पर रीडर कहते हैं कि उपकेंद्र जाकर अधिकारियों से मिलो। उपकेंद्र पर अधिकारी अपनी कुर्सी पर मिलते नहीं और कर्मचारी बिल सुधार के लिए सुविधा शुल्क की मांग करते हैं। कुछ उपभोक्ता तो समझौता कर लेते हैं, लेकिन ज्यादातर को बिल का समय से समायोजन न होने के कारण पेनाल्टी चुकानी पड़ रही है।
बीकेटी डिवीजन की शांति देवी ने बताया कि उनके बिल नंबर 369661658676 पर रीडिंग गलत की गई, इससे बिल अधिक धनराशि का बन गया। सुधार के लिए उपकेंद्र से लेकर अधिकारियों तक के चक्कर लगाए, लेकिन समाधान नहीं हुआ। जब भी जाओ अधिकारी कुर्सी पर नहीं मिलते हैं। कर्मचारी बता देते हैं कि साहब फील्ड में हैं। समाधान दिवस शिकायत की है, देखो समस्या कब होता है।
सरोजनीनगर के बिजनौर उपकेंद्र पहुंचे रामपाल ने बताया कि पिछले महीने 2100 रुपये बिजली बिल आया था। इस महीने बिल 16,000 रुपये हो गया। कई चक्कर लगाए अधिकारी कुर्सी पर नहीं मिले। एक दिन मिले भी तो कहा कि खपत ज्यादा होगी, इसलिए बिल अधिक आया है। कर्मचारी बिल को सही कराने की बात कह रहे हैं। कर्मचारियाें का कहना है कि कुछ खर्च करना पड़ेगा। समझ नहीं आ रहा क्या करूं।
अहिबरनपुर के कर्बलाढ़ाल और मशालची टोला के सबिया और शन्नो ने बताया कि हमारा बिल कभी एक हजार रुपये से ऊपर नहीं आया है। इस माह तीन हजार रुपये हो गया। मीटर रीडर से शिकायत की तो उसने कहा कि उपकेंद्र पर जाकर अधिकारियों को समस्या बताओ। कई दिन से उपकेंद्र आ रहे हैं लेकिन यहां अधिकारी मिलते ही नहीं हैं। कर्मचारी कहते हैं, अधिकारी फील्ड पर गए हैं। उपकेंद्र पर मौजूद कर्मचारी ने कहा कि बिल सही तो हो जाएगा, लेकिन सुविधा शुल्क लगेगा। मजबूरन अधिक बिल ही जमा कर दिया।
मेरे संज्ञान में इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया हैं। यदि किसी उपभोक्ता को ऐसी किसी समस्या से जूझना पड़ रहा है तो वह मुझसे मिलकर समस्या को बता सकता है। उसकी समस्या का निवारण किया जायेगा।
रजत जुनेजा, मुख्य अभियंता सिसगोमती
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