लखनऊः अधिवक्ता गुटों में जमकर हुई फायरिंग, दो घायल... दोनों ट्रामा सेंटर में भर्ती
लखनऊ, अमृत विचार: वजीरगंज स्थित रेजीडेंसी के पास बने चैंबर में दो अधिवक्ता गुटों में जमकर फायरिंग हुई। दोनों तरफ से हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में दो अधिवक्ताओं के गोली लगी। खून से लथपथ होकर दोनों गिर पड़े। साथी वकीलों ने दोनों को अस्पताल पहुंचाया। कंट्रोल रूम पर सूचने पर डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर फायरिंग का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। एक वकील की हालत नाजुक बताई जा रही है।
शनिवार देर रात अधिवक्ता दिलीप सिंह के चैंबर में उनके रिश्तेदार कुंवर अंबिका सिंह उर्फ डब्बू निवासी मड़ियांव बैठे थे। आरोप है कि इस दौरान मलिहाबाद निवासी अधिवक्ता साकिब हसन कुछ लोगों के साथ चैंबर में पहुंच गए। दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज शुरु हो गयी। झगड़े के दौरान साकिब और अंबिका के पक्ष से आए लोगों में मारपीट हुई। इसी दौरान दोनों पक्षों ने फायरिंग शुरु कर दी। गोली अंबिका सिंह और साकिब को लगी। दोनों खून से लथपथ होकर गिर पड़े।
साथी वकीलों ने दोनों को केजीएमयू ट्रामा सेंटर पहुंचाया। डॉक्टरों ने बताया कि अंबिका के कंधे और साकिब की गर्दन में गोली लगी है। साकिब की हालत गंभीर बनी हुई है। डॉयल-112 पर सूचना मिलते ही डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव, एसीपी चौक राजकुमार सिंह और इंस्पेक्टर वजीरगंज राजेश त्रिपाठी समेत अन्य पुलिस अधिकारी ट्रामा सेंटर पहुंचे। हंगामा कर रहे दोनों पक्षों को शांत कराया। पुलिस ने दोनों घायलों के परिवारवालों को सूचना दे दी है।
छह माह पूर्व भी हुआ था विवाद
इंस्पेक्टर वजीरगंज राजेश त्रिपाठी ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला कि साकिब और अंबिका के बीच पुरानी रंजिश है। करीब 6 माह पहले भी उनके बीच झगड़ा हुआ था। इस रंजिश के कारण ही फायरिंग की गई। दोनों ही पक्षों ने अपनी बात कही है। दोनों पक्षों से तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
असलहा बरामदगी का प्रयास
इंस्पेक्टर ने बताया कि वारदात के दौरान दोनों अधिवक्ता को गोली लगी है। इससे साफ है कि दोनों तरफ से फायरिंग हुई। घटना में प्रयुक्त असलहे बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही घटनास्थल के आसपास के सीसी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
