बाराबंकी : नहीं हुई सुनवाई तो घायलों को महिला थाने के सामने लिटाया, प्रदर्शन

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Published By Vinay Shukla
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देवा कोतवाल पर सुनवाई न करने और गाली देकर भगाने का लगाया आरोप

अमृत विचार : दीवार को लेकर एक परिवार ने दूसरे घर की महिलाओं अकेला पाकर जमकर पीटा। जब इसकी जानकारी घरवालों को मिली, तो वह घर पहुंचे। पीड़ित परिवार का आरोप है कि जब वह घायल महिलाओं को लेकर दबंगों की शिकायत करने थाने पहुंचे, तो वहां से कोतवाल ने उन्हें डांटकर भगा दिया।

पीड़ित परिवार ने थक हारकर घायल महिलाओं को लेकर महिला थाने के सामने सड़क पर लिटा दिया और विपक्षियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे। इस दौरान सड़क पर लंबा जाम लग गया। मामला बढ़ता देख पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और किसी तरह समझा बुझाकर घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। पीड़ित परिवार ने कोतवाल पर आरोप लगाया कि विपक्षियों ने उनकी शह पर घटना को अंजाम दिया है।

दरअसल टेरा कला गांव निवासी जगतराम दीवाल बनवा रहे थे। इसी को लेकर गांव के हरीलाल से विवाद हुआ था। रविवार शाम करीब 6 बजे हरीलाल के घर में कोई नहीं था। इसी दौरान जगतराम ने अपने घर वालो के साथ मिलकर हरीलाल के घर की महिलाओं की पिटाई कर दी। जब हरीलाल को मामले की जानकारी हुई तो वह घर पहुंचा। उसके बाद सभी घायलों को लेकर थाने पहुंचा। हरीलाल का आरोप है कि थाना पहुंचने पर प्रभारी ने उन्हें गाली देकर भगा दिया। आरोप है कि विपक्षी जनों ने पुलिस से सेटिंग के बाद घटना को अंजाम दिया है। जिसके चलते उन्होंने घायल महिलाओं को लाकर महिला थाने के सामने लेटा दिया और प्रदर्शन करने लगे।

मामले की जानकारी मिलने पर नगर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और महिलाओं को समझा बुझाकर महिलाओं को जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका इलाज शुरू हुआ। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि मामले में एक भाजपा नेता भी विपक्षियों का साथ दे रहा है। इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया के मामले की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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