Operation Sindhu: ईरान से 272 भारतीय, 3 नेपाली नागरिक पहुंचे दिल्ली, वापस आने वालों की संख्या हुई 3 हजार के पार 

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Published By Anjali Singh
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दिल्ली। भारत सरकार की ओर से ऑपरेशन सिंधु लगातार जारी है। इसके तहत भारत अपने नागरिको को ईरान से वापस लाने के लिए प्रयासरत है। विदेश मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी बयान में कहा गया कि ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान से 272 भारतीयों और तीन नेपाली नागरिकों को लेकर एक और विमान कल मध्य रात्रि यहां पहुंचा। इस नवीनतम निकासी के साथ ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान से वापस लाए गए भारतीय नागरिकों की कुल संख्या 3426 तक पहुंच गई है। 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने विशेष अभियान के बारे में जानकारी देते हुए एक्स पर पोस्ट किया कि इस उड़ान के साथ अब तक पश्चिम एशिया में तनाव के बीच ईरान से 3,426 भारतीय नागरिकों को वापस लाया जा चुका है। जायसवाल ने बताया कि ऑपरेशन सिंधु के तहत 25 एवं 26 जून को मध्य रात्रि 12.01 बजे मशहद से नई दिल्ली पहुंची एक विशेष उड़ान से 272 भारतीय और तीन नेपाली नागरिक यहां पहुंचे।

भारत ने बुधवार को ईरान से 296 भारतीय नागरिकों और चार नेपाली नागरिकों को निकाला था। भारत ने मंगलवार को ईरान और इजराइल से 1,100 से अधिक नागरिकों को निकाला था। उसने इजराइल से 594 भारतीयों की स्वदेश वापसी कराई जिनमें से 400 से अधिक के लिए भारतीय वायु सेना के सी-17 हेवी-लिफ्ट विमान का उपयोग किया गया। साथ ही, 161 भारतीयों को अम्मान से एक चार्टर्ड उड़ान में वापस लाया गया। वे सड़क मार्ग से इजराइल से जॉर्डन की राजधानी अम्मान पहुंचे थे। 

विदेश मंत्रालय द्वारा साझा किए गए विवरणों के अनुसार, मंगलवार को दो चार्टर्ड उड़ानों में कुल 573 भारतीयों, तीन श्रीलंकाई और दो नेपाली नागरिकों को ईरान से निकाला गया। पिछले कई दिन में ईरान से निकाले गए भारतीय नागरिकों को कई अन्य उड़ानों से वापस लाया गया है। 

एक सप्ताह से अधिक समय पहले इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद से दोनों देशों ने एक-दूसरे के शहरों और सैन्य तथा रणनीतिक ठिकानों पर सैकड़ों मिसाइल और ड्रोन दागे हैं। भारत ने 18 जून से ईरानी शहर मशहद, आर्मेनिया की राजधानी येरेवन और तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात से संचालित चार्टर्ड उड़ानों के जरिए अपने नागरिकों को निकाला है। ईरान ने मशहद से तीन चार्टर्ड उड़ानों की सुविधा के लिए 20 जून को हवाई क्षेत्र प्रतिबंध हटा दिए थे। 

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