लखीमपुर खीरी: पीएम सूर्य घर योजना से जगमग हो रहे आशियाने...तीन माह में लगे 1560 सिस्टम 

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। बिजली उत्पादन बढ़ाने और उपभोक्ताओं पर विद्युत बिल का भार कम करने के लिए शुरू हुई पीएम सूर्य घर योजना जिले में परवान चढ़ने लगी है। पिछले साल पंजीकृत एक हजार लोगों में से 933 उपभोक्ताओं ने इस लगवाया।

जबकि इस साल इन तीन माह में 1632 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 1560 लोगों ने छत पर सोलर पैनल लगवाए। विभागीय लोगों के कहना है कि यह योजना बिजली उपभोक्ताओं को खूब भा रही है। इसकी वजह लगवाने में कम लागत लगना और बिजली के बिल में छूट मिलना है।

दिन पर दिन बिजली की मांग बढ़ती जा रही है। इसके अलावा साल दर साल बिजली का रेट बढ़ने से उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ भी बढ़ रहा है। बिजली उत्पादन बढ़ाने और उपभोक्ताओं की जेब हल्की करने के लिए पीएम मोदी ने सूर्य घर योजना शुरू की।

इसका मकसद गरीब परिवारों को अनुदान देकर घरों में सौर उर्जा लगाकर बिजली का उत्पादन बढ़ाकर बिजली बिल का भार कम करना है। इसके तहत दो किलोवॉट के लोड पर 60 हजार की सब्सिडी केंद्र सरकार और 50 हजार की सब्सिडी राज्य सरकार देती है। जबकि सौर उर्जा सिस्टम पर लगवाने पर खर्च एक लाख 35 हजार आता है। ऐसे में करीब 25 से 30 हजार रुपये उपभोक्ता को वहन करना होगा। सब्सिडी के अलावा शेष धनराशि बैंक से ऋण मिलने का भी प्रावधान है।

300 यूनिट का मिलता है लाभ
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक दो किलोवॉट सौर ऊर्जा सिस्टम से हर माह 300 यूनिट विद्यु उत्पादन होगा, जो उपभोक्ता के मासिक बिल से कम हो जाएंगे इससे उपभोक्ता को बिजली बिल में भारी कटौती का लाभ मिलेगा। वहीं जिन उपभोक्ताओं के घर बिजली की खपत कम है, उन्हें बिल भरने से भी निजात मिलेगी।

साल दर साल बढ़ रही आवेदकों की संख्या
2020-चार, 2021-पांच, 2022- तीन, 2023-24, 2024- 933, 2025-1560। साल 2025 के आंकडे़ जून माह तक के हैं।

इस तरह मिलता है लाभ
परियोजना अधिकारी बताते हैं कि जिस तरह किसान का खेत खाली रहने से उसका नुकसान होता है। उसी तरह दो किलोवॉट के कनेक्शन धारक की छत खाली रहने से हर माह उसका करीब दो हजार का नुकसान है। उपभोक्ता छत पर रूफटॉप सोलर पैनल लगवाकर अपने बिल को कम कर सकता है। इसे लगवाने के लिए अच्छी खासी सब्सिडी भी मिलती है।

प्रति किलोवॉट पांच यूनिट बिजली उत्पादन
सोलर सिस्टम से प्रति किलोवॉट पांच यूनिट तक रोजाना बिजली का उत्पादन होता है। एक किलोवॉट के सिस्टम से एक माह में करीब 150 यूनिट बिजली पैदा होगी। इससे उपभोक्ता को 150 यूनिट बिजली का बिल कम देना पड़ेगा। इसी तरह दो किलोवॉट क्षमता का सिस्टम लगाने पर बिजली यूनिट का उत्पादन दोगुना हो जाएगा।

विभाग के पोर्टल पर करें ऑनलाइन आवेदन
उपभोक्ता को घरेलू बिजली कनेक्शन की क्षमता के मुताबिक ऑनग्रिड सोलर रूफटॉप सिस्टम लगवाने के लिए नेशनल पोर्टल डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉट सोलररूफटॉपडॉटजीओवीडॉटइन पर आवेदन करना होगा। उपभोक्ता को अनुदान आदि की जानकारी यूपीनेडाडॉटओआरजीडॉटइन पर मिल जाएगी।

क्षमता-अनुदान- कुल खर्च
दो किलोवॉट- 92000- 1,20,000

कमलेश सिंह परियोजना अधिकारी नेडा ने बताया कि सोलर सिस्टम लगवाने के लिए उपभोक्ता नेशनल पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। सिस्टम लगवाने पर आने वाला खर्च उपभोक्ताओं को नगद भुगतान करना होगा। सब्सिडी की धनराशि 30 दिन में उपभोक्ता के खाते में डीबीटी से आती है। सिस्टम रजिस्टर्ड वेंडर से ही लगवाएं। इनकी सूची पोर्टल पर उपलब्ध है।

 

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