लखीमपुर खीरी: बाघिन ने घर में घुसकर किया बछिया और पड़िया का शिकार

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Published By Monis Khan
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पड़िया पर हमला करते देखा तो भैंस जंजीर तोड़कर बाघिन से भिड़ गई

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। गोला पश्चिमी बीट के रत्नापुर गांव में शुक्रवार रात बाघिन ने घर में घुसकर बछिया और पड़िया का शिकार कर लिया। दहशत में ग्रामीण रात भर जागने को विवश रहे। शनिवार सुबह रत्नापुर मार्ग पर शावकों के साथ बाघिन दिखने से राहगीरों के वाहनों के पहिए थम गए।

रत्नापुर के लोगों ने बताया कि करीब रात 11 बजे जगतार सिंह के घर में घुसकर बाघिन ने खूंटे से बंधी पड़िया पर हमला कर दिया। पास में ही भैंस भी जंजीर से बंधी थी। पड़िया पर बाघिन को हमला करते देखा तो वह जंजीर तोड़कर बाघिन से भिड़ गई। शोर सुनकर घर के लोग भी टॉर्च जलाकर देखने लगे, जिससे बाघिन चली गई। जिससे वह पड़िया का शिकार करने में तो सफल हो गई परंतु उसे वह ले नहीं जा पाई और खेत की ओर चली गई। रात में ही ग्रामीणों ने वन कर्मियों को फोन करके घटना की जानकारी दी। मैलानी वन क्षेत्र के वनकर्मी ढाका ग्राम प्रधान को साथ में लेकर रात में गए परन्तु बाघिन वहां से जा चुकी थी जिससे थोड़ी देर रुकने के बाद वे अपने क्षेत्र में चले आए।

ग्रामीणों का कहना है कि गोला रेंज के वनकर्मी रात में नहीं आए थे। रात करीब दो बजे बाघिन पुनः पड़िया को उठाने के लिए जब घर में घुसने लगी तो भय से जाग रहे लोग शोर गुल मचाने लगे, जिससे वह वहां नहीं घुस सकी परन्तु उसने थोड़ी दूर पर रंजीत सिंह के घर में घुसकर बछिया पर हमला कर दिया और उसे उठाकर गन्ने के खेत में चली गई। पूरी रात बाघिन के भय से लोग जागते रहे।

शनिवार की सुबह लगभग साढ़े सात बजे बाघिन अपने तीन शावकों के साथ पुनः रत्नापुर मार्ग पर दिखाई दी, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। मार्ग पर निकल रहे बाइक सवारों को रोककर ग्रामीण आगे बाघिन के होने की जानकारी देने लगे। जिससे लोग काफी देर तक रुके रहे। रत्नापुर में कई दिनों से शावकों के साथ बाघिन के देखे जाने से लोग भयभीत हैं कि कहीं पुनः कोई प्रदीप कुमार की तरह बाघिन का शिकार न बन जाए। सुबह घटना स्थल पर पहुंचे फॉरेस्टर अफजल खान ने बाघिन द्वारा पशुओं का शिकार किए जाने की पुष्टि की।

शुक्रवार को ही ढाका गांव में भी दिखा बाघ
ढाका निवासी गोविंद कुमार ने बताया कि शुक्रवार को ही उनके गांव ढाका के पास झबरा में करीब चार बजे एक बाघ दिखाई दिया था तथा रात 11 बजे घर के सामने खेत में बाघ खड़ा था। उसे समय जटपुरा के वन दरोगा राजाराम तिवारी और अन्य वनकर्मी भी यहां मौजूद थे।

बाघिन को किया जाएगा ट्रैंकुलाइज
गोला वन क्षेत्राधिकारी संजीव कुमार तिवारी ने बताया कि रत्नापुर में दहशत फैलाने वाली बाघिन को ट्रैंकुलाइज किए जाने के निर्देश प्राप्त हो चुके हैं। शाम तक विशेषज्ञों की टीम आ जाएगी, उनके निर्देशानुसार मचान बनाकर बाघिन ट्रैंकुलाइज की जाएगी।

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