महोबा में 50 परिषदीय स्कूलों का मर्जर : बच्चों का निकटवर्ती स्कूलों में दाखिला, खाली भवनों में संचालित की जाएंगी बाल वाटिकाएं

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Published By Anjali Singh
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महोबा। उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में परिषदीय शिक्षण व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए चालू शैक्षिक सत्र में कम छात्र संख्या वाले 50 विद्यालयों को बंद करके दूसरे स्कूलों में मर्ज कर दिया गया है। इन स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों को उनके निकटवर्ती स्कूलों में दाखिला प्रदान किया गया है। 

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल मिश्रा ने बुधवार को बताया कि जिले में शैक्षिक सत्र 2025-26 की शुरुआत बेसिक शिक्षा क्षेत्र में बड़े सुधार के संकल्प के साथ की गयी है। इस क्रम में शिक्षा की गुणवत्ता और संसाधनों के बेहतर उपयोग के लिए शासनादेश के अनुपालन में प्रथम चरण मे 20 से कम छात्र संख्या वाले 50 विद्यालयों को बंद करके उनमे अध्ययनरत छात्र छात्राओं को निकटवर्ती स्कूलों में समायोजित किया गया है। 

इस समायोजन में रिक्त हुये विद्यालयों में अब बाल वाटिका संचालित की जाएंगी, जिनमे 4 से 6 वर्ष के बच्चो को प्री-प्राईमरी शिक्षा प्रदान की जायेगी। इससे बच्चों की नींव मज़बूत होगी। उन्होंने बताया की शासन के मानक के अनुसार जिले में 50 से कम छात्र संख्या वाले 234 स्कूल है। इनमे चरखारी ब्लाक में 57, पनवाड़ी में 72, जैतपुर में 55 , ओर कबरई ब्लाक में 50 स्कूल है।.

बीएसए ने बताया कि पहली जुलाई से आरम्भ हुये नए सत्र में अब छात्र छात्राओं को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षण उपलब्ध कराने का प्रयास है। इसके लिए परिषदीय विद्यालयों के सभी शिक्षकों से ढुलमूल रवैये का परित्याग करने ओर कठिन परिश्रम करने को कहा गया है। 

गाँव गाँव में स्कूल चलो अभियान द्वारा सभी बच्चो के दाखिले सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है। अपने उत्तर दायित्व का पालन न करने वाले कामचोर अध्यापको के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दीं गई है। जिले में 177 शिक्षकों का अंतर जनपदीय स्थानांतरण किया गया है। 

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