Amarnath Yatra: तीर्थयात्रियों के रवाना होने के साथ अमरनाथ यात्रा की शुरुआत,  बालटाल, नुनवान आधार शिविरों से निकला श्रद्धालुओं का पहला जत्था 

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
On

श्रीनगर। बम बम भोले और हर हर महादेव के जयघोष के साथ अभूतपूर्व सुरक्षा के बीच वार्षिक अमरनाथ यात्रा गुरुवार को आरंभ हुई। तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे के बालटाल और नुनवान आधार शिविरों से गुफा मंदिर के लिए रवाना होने के साथ ही वार्षिक अमरनाथ यात्रा बृहस्पतिवार को शुरू हो गई। अधिकारियों ने बताया कि बालटाल और नुनवान स्थित आधार शिविरों से तीर्थयात्रियों का पहला जत्था दक्षिण कश्मीर हिमालय के पवित्र गुफा मंदिर की यात्रा शुरू करने के लिए रवाना हुआ। 5000 से अधिक यात्री सुबह-सुबह अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और गंदेरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से ''बम बम भोले'' और ''हर हर महादेव'' का जयघोष करते हुए रवाना हुए।

Ranveer SIngh High Security  (9)

अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए 38 दिवसीय तीर्थयात्रा तड़के घाटी से दो मार्ग-अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में छोटा (14 किलोमीटर) लेकिन अधिक खड़ी चढ़ाई वाला बालटाल मार्ग, से शुरू हुई। 

Ranveer SIngh High Security  (10)

बालटाल आधार शिविर से रवाना हो गए पुरुष, महिला और साधु-संत 

अधिकारियों ने बताया कि दिन निकलने के साथ ही पुरुष, महिला और साधु-संतों सहित तीर्थयात्रियों के जत्थे नुनवान और बालटाल आधार शिविर से रवाना हो गए। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों ने जैसे ही आधार शिविरों से जत्थों को हरी झंडी दिखाई तो ‘बम बम भोले’ के जयकारे गूंजने लगे।

Ranveer SIngh High Security  (11)

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को जम्मू के भगवती नगर में यात्रा आधार शिविर से 5,892 श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई थी। 

श्रद्धालुओं का हुआ जोरदार स्वागत 

तीर्थयात्री दोपहर में कश्मीर घाटी पहुंचे जहां प्रशासन तथा स्थानीय लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। तीर्थयात्री अमरनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे, जहां बर्फ से बना शिवलिंग प्राकृतिक रूप से प्रकट होता है।

Ranveer SIngh High Security  (12)

यात्रा के सुचारू संचालन के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और अन्य अर्धसैनिक बलों के हजारों जवानों को तैनात किया गया है। तीर्थयात्रा का समापन नौ अगस्त को होगा। इस साल की अमरनाथ तीर्थयात्रा पहलगाम के बैसरन मैदान में हुए घातक आतंकवादी हमले के दो महीने से अधिक समय बाद हो रही है जिसमें 25 पर्यटक और एक स्थानीय व्यक्ति मारा गया था।

ये भी पढ़े : Guru Uday 2025: अतिचारी गुरु ग्रह होंगे मिथुन राशि में होंगे उदित

 

संबंधित समाचार