Fact Checking : Cheese खाने से आते है nightmare : जानिए क्या कहता है विज्ञान
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ओटावा। पनीर का सेवन खासकर लैक्टोज असहिष्णुता वाले लोगों के लिए बुरे सपने (नाइटमेयर्स) बनकर तंग कर सकता है और गहरी नींद में साेया व्यक्ति इसके कारण अचानक डरकर उठ जाता है और ईश्वर का धन्यवाद करते हुए नहीं थकता कि शुक्र है कि यह सपना था। हाल ही में हुए एक अध्ययन से पता चलता है कि अधिक मात्रा में डेयरी उत्पादों का सेवन, विशेष रूप से लैक्टोज असहिष्णुता वाले व्यक्तियों में दुस्वप्न और नींद की गड़बड़ी का कारण बन सकता है।
कनाडा के मॉन्ट्रियल विश्वविद्यालय में चिकित्सा संकाय, मनोरोग एवं व्यसन विभाग में प्रोफेसर, और मॉन्ट्रियल नॉर्थ आइलैंड एकीकृत विश्वविद्यालय स्वास्थ्य और सामाजिक सेवाओं केंद्र (सीआईयूएसएसएस एनआईएम) में उन्नत नींद चिकित्सा अनुसंधान केंद्र में ड्रीम एंड नाइटमेयर लैब के निदेशक डॉ. टोर नीलसन ने इस नये शोध के बारे में एक अंतरराष्ट्रीय विज्ञान पत्रिका को जानकारी दी।
सोने से पहले डेयरी उत्पादों को खाना बुरे सपनों को invite करना
‘फ्रंटियर्स इन साइकोलॉजी’ पत्रिका में प्रकाशित इस शोध के अनुसार लैक्टोज असहिष्णुता वाले लोगों में अच्छी तरह से नींद न आना और बुरे सपनों की आशंका अधिक होती है। बुरे सपनों के कई संभावित कारण हो सकते हैं। कुछ तनाव, चिंता और पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (पीटीएसडी) जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़े होते और कुछ दवाएं और शराब का सेवन भी बुरे सपनों को निमंत्रण दे सकता है। सोने से पहले डेयरी उत्पादों को खाना भी बुरे सपनों की दुनिया में ले जा सकता है।
Tryptophan अमीनो एसिड से बढ़ता है Serotonin
नींद की गड़बड़ी और बुरे सपने सामान्य आबादी के एक बड़े हिस्से को प्रभावित करती है। एक सर्वेक्षण के अनुसार 30-40 प्रतिशत व्यक्ति अपने जीवन में कभी न कभी एकाएक डरावने सपने से डर कर उठ जाते हैं और वे दोबारा तभी सोने की कोशिश करते हैं जब अच्छी तरह से आश्वस्त हो जाते हैं कि जागृत अवस्था में सब ठीक है।
डाॅ. नीलसन ने कहा कि पनीर वास्तव में आपको बुरे सपने दे सकता है। पनीर में ट्रिप्टोफैन नामक एक अमीनो एसिड होता है, जो सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ा सकता है और नींद के दौरान मस्तिष्क की गतिविधि को प्रभावित कर सकता है, जिससे बुरे सपने आ सकते हैं।
नींद की गुणवत्ता को खराब कर सकता पनीर
इसके अलावा, पनीर की अधिक मात्रा में सेवन पाचन तंत्र पर दबाव डाल सकता है और नींद की गुणवत्ता को खराब कर सकता है, जिससे बुरे सपनों की आशंका बढ़ सकती है। डेयरी उत्पादों के सेवन से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण जैसे कि पेट में दर्द, गैस और सूजन हो सकते हैं, जो नींद को प्रभावित कर सकते हैं। आंत और मस्तिष्क के बीच एक संबंध है जो नींद और सपनों को प्रभावित कर सकता है।
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