'कॉरिडोर के नाम पर न बिगाड़े कुंज गलियों का स्वरुप', सपा प्रमुख अखिलेश का बड़ा हमला, आस्था से खिलवाड़ न करे योगी सरकार
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को आरोप लगाया कि वृंदावन में कॉरिडोर के नाम पर कुंज गलियों का पौराणिक स्वरुप बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। यादव ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वृंदावन की पहचान भगवान कृष्ण की रासलीला और कुंज गलियों के लिये पूरी दुनिया में है।
यहां दुनिया के कोने कोने से श्रद्धालु प्राचीन मंदिर और कुंज गलियों को देखने आते हैं मगर सरकार कॉरिडोर के नाम पर इन कुंज गलियों का स्वरुप बिगाड़ रही है जो ठीक नहीं है। उन्होने कहा कि कॉरिडोर के नाम पर न जाने कितने प्राचीन मंदिर नष्ट हाे जायेंगे और गलियों को चौड़ा करने से उनकी सुंदरता पर भी आंच आयेगी।
सरकार को चाहिये कि इटली के धार्मिक नगर वेनिस की तर्ज पर कॉरिडोर का निर्माण करे ताकि कुंज गलियों की सुंदरता बरकरार रहे। सरकार का तर्क है कि गलियां चौड़ी होने से श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। यदि ऐसा ही होता तो प्रयागराज महाकुंभ जो इतने बड़े क्षेत्रफल में फैला था,वहां अप्रिय घटना को रोका जा सकता था। सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि काशी की तरह सरकार कान्हा नगरी में भी कॉरिडोर के नाम पर पौराणिक सुंदरता को बिगाड़ना चाहती है।
उन्होने कहा कि सरकार को मथुरा में यमुना नदी के प्रदूषण पर ध्यान देना चाहिये जहां जैविक आक्सीजन (बीओडी) की मात्रा कम होने से हजारों मछलियां मर रही हैं। उन्होने कहा कि वास्तव में सरकार कॉरिडोर के जरिये अपने पंसदीदा गिने चुने लोगों को लाभ पहुंचाना चाहती है। उसे उन स्थानीय लोगों की परवाह नहीं है जो सदियों से मथुरा की गलियों मेंं बसे हुये है और उन्हे कॉरिडोर के नाम पर बेदखल किया जा रहा है। सरकार को इसका खामियाजा 2027 के चुनाव मे उठाना पड़ेगा।
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