बाराबंकी: बारिश के बाद ढाई सौ गांवों में बिजली संकट, दूसरे दिन भी अंधेरे में डूबे ग्रामीण
सूरतगंज/बाराबंकी, अमृत विचार। शनिवार देर रात तेज हवाओं और बारिश के बाद सूरतगंज क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। दूसरे दिन रविवार देर शाम तक भी बिजली बहाल नहीं हो सकी, जिससे करीब ढाई सौ गांव अंधेरे में डूबे रहे। बिजली विभाग की टीम लगातार मरम्मत कार्य में जुटी रही, लेकिन लाइन फॉल्ट और क्षतिग्रस्त तार-पोल समस्या के समाधान में बाधा बने रहे।
सूरतगंज उपकेंद्र से जुड़े रानीगंज, सूरतगंज, मोहम्मदपुर खाला, जिगनी और हेतमापुर फीडर पर बिजली आपूर्ति पूरी तरह प्रभावित रही। वहीं निंदूरा से आने वाली मेन लाइन में आई खराबी ने रायपुर, चंदूरा, बसौली, झंझरा, मोहम्मदपुर खाला, सूरतगंज कस्बा और हेतमापुर सहित कई गांवों को बिजलीविहीन कर दिया।
स्थानीय निवासी देवेंद्र वर्मा और हबीब ने बताया कि हर हल्की बारिश के बाद बिजली व्यवस्था चरमरा जाती है। मोहम्मदपुर खाला के विष्णुकांत मिश्र और चंदूरा के आशीष दीक्षित ने आरोप लगाया कि बिजली से ज्यादा परेशानी विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही से होती है, क्योंकि न तो सही जानकारी दी जाती है और न ही समय पर मरम्मत होती है, जिससे जनता असहाय हो जाती है।
अवर अभियंता शैलेंद्र यादव ने बताया कि दो स्थानों पर पेड़ गिरने और अन्य जगहों पर छोटे फॉल्ट के कारण यह संकट आया है। 33 हजार वोल्ट की लाइन को चालू कर लिया गया है, और अब लोकल फॉल्ट को दुरुस्त कर गांवों की बिजली आपूर्ति बहाल करने का प्रयास जारी है।
