Bareilly: जिला सहकारी बैंक घोटाला...शाहजहांपुर के चार किसानों को रकम लौटाई

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Published By Monis Khan
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राकेश शर्मा, बरेली। जिला सहकारी बैंक के मुख्यालय ने उन किसानों और महिलाओं को धनराशि लौटाने की एसओपी तैयार कर ली है, जिनके खातों से आधार मैपिंग करके निलंबित मैनेजरों ने छह कैशियरों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और विधवा पेंशन के करीब एक हजार से अधिक खातों से 1.80 करोड़ की रकम निकाली थी।

इतनी मोटी रकम फरीदपुर सायंकालीन शाखा और देवरनियां क्षेत्र के कनमन शाखा के बंद खातों के साथ फर्जी खाते खोलकर हड़पी गई थी। मुख्यालय ने शाहजहांपुर जनपद के अलागंज और खुदागंज के चार किसानों को ब्याज सहित रकम उनके खाते में लौटा दी है।

जिला सहकारी बैंक के मुख्यालय ने घोटाला करके हड़पी गई रकम को लौटाने के क्रम में सबसे पहले शाहजहांपुर जनपद के उन छह किसानों में से चार के खातों में रकम लौटाने का सिलसिला शुरू कर दिया है, जिन्होंने शाहमतगंज रोड स्थित बैंक के मुख्यालय में पहुंचकर खातों से धनराशि निकाले जाने की लिखित शिकायत की थी। इसके बाद घोटाला का खुलासा हुआ था। बैंक अफसरों ने रकम लौटाने के लिए खाते में दर्ज आधार को लिंक किया तो आधार वेरीफिकेशन का ओटीपी किसान के मोबाइल नंबर में आया। अन्य कागजात भी चेक किए गए।

इसी तरह अन्य सभी पीड़ितों के खातों का सत्यापन किया जाएगा। बैंक के मुख्यालय की आईटी सेल की जांच में अभी तक पीड़ितों के शाहजहांपुर जनपद के निवासी होने की जानकारी सामने आई है। बैंक के अधिकारियों ने बताया कि फरीदपुर और कनमन शाखा में आधार मैपिंग कर जिन किसानों और विधवा महिलाओं के खातों से धनराशि निकालकर हड़प की गई, उनको ब्याज सहित धनराशि वापस लौटाने के संबंध में एसओपी तैयार कर ली गई है। जो पीड़ित सामने आते रहेंगे, उनका सत्यापन कर उसी खाते में धनराशि ब्याज सहित लौटाई जाएगी, जिस खाते से धनराशि निकाली गई थी। शत प्रतिशत पीड़ितों की रकम लौटाने की तैयारी की गई है।

26 शाखाओं में प्रारंभिक जांच पूरी
फरीदपुर शाखा में हुए 1.31 करोड़ रुपये के घोटाले के बाद जिला सहकारी बैंक के आईटी सेल ने जनपद में स्थित 26 शाखाओं की प्रारंभिक जांच की। कई दिनों तक चली जांच पूरी कर ली गई है। प्रारंभिक जांच में फरीदपुर और कनमन शाखा के अलावा अन्य किसी शाखा में आधार मैपिंग के जरिये धनराशि मंगाकर अन्य खातों में ट्रांसफर कराकर हड़पने के सबूत नहीं मिले। हालांकि, यह प्रारंभिक जांच हुई है। इसके बाद एक एक खाते की जांच की जा रही है। वाउचरों का मिलान किया जा रहा है ताकि कोई गड़बड़ी हुई तो वह भी सामने आ सके।

मंत्री की सिफारिश पर बहाल हुआ था निलंबित दीपक पांडेय

जिला सहकारी बैंक के सूत्रों ने बताया कि 1.80 करोड़ घोटाले का मास्टरमाइंड कैशियर चंद्रप्रकाश को माना जा रहा है, लेकिन इसमें चंद्रप्रकाश का साथ निलंबित कैशियर दीपक पांडेय ने बराबर दिया है। दीपक पांडेय पहले भी निलंबित हाे चुका है। बैंक अधिकारियों से रुतबे से बात कर हमेशा अपने प्रभाव में लेने की कोशिश करने के चक्कर में ही पहले निलंबित हुआ था। बताते हैं कि तब दीपक एक मंत्री की सिफारिश पर बहाल हो गया था, जबकि इस पर कई अन्य आरोप भी थे। दीपक पांडेय फरीदपुर शाखा में हुए घोटाले में ही नहीं बल्कि कनमन शाखा में हुए घोटाले में भी नामजद किया गया है।


जिला सहकारी बैंक, बरेली के जीएम देवेंद्र सिंह ने बताया कि करीब एक हजार खातों से रकम निकाली गई थी। पीड़ितों को ब्याज सहित रकम लौटाने को मुख्यालय ने एसओपी तैयार कर ली है। अभी तक चार किसानों के खातों में रकम वापस करा दी गई है। बैंक पीड़ितों के साथ खड़ी है।

 

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