सरकारी भवनों, विद्यालयों और अस्पतालों में लगाए जाएंगे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, धरती फिर से होगी रिचार्ज
लखनऊ, अमृत विचार : कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी विशाख जी की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला भूगर्भ जल प्रबन्धन परिषद की बैठक हुई। जिसमें गिरते भूगर्भ जल स्तर को रोकने एवं जल संरक्षण के लिए प्रभावी रणनीति बनाने पर विस्तृत चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने जनपद में सभी सरकारी भवनों, विद्यालयों, अस्पतालों, नगर निकाय परिसरों तथा अन्य संस्थानों में वर्षा जल संचयन प्रणाली (रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम) को अनिवार्य रूप से क्रियान्वित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिन भवनों में यह प्रणाली स्थापित नहीं है, विभाग द्वारा प्रस्ताव बनाकर वर्षा जल संचयन प्रणाली कार्यशील की जाए।
बैठक में जिलाधिकारी ने समस्त खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को कार्ययोजना में शामिल करें। नगर निगम और जलकल को उनके सभी जोनल कार्यालयों में लगवाएं। जिलाधिकारी ने नगर निगम और लखनऊ विकास प्राधिकरण को अपने पार्कों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट और पुराने हैंडपंप व ट्यूबवेल पिट को वाटर रिचार्ज पिट में बदलने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, डीसी मरेगा, समस्त खंड विकास अधिकारी, लखनऊ विकास प्राधिकरण, नगर निगम, जल कल, आवास विकास, लघु सिंचाई, भूगर्भ जल विभाग, अधिशासी अभियन्ता, खण्ड कार्यालय, उप्र जल निगम (ग्रामीण) के अभियन्ता उपस्थित रहे।
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