अमरोहा : हादसे के बाद हर ओर मची चीख पुकार, अभिभावकों की मंजिल बना अस्पताल

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
On

बिना फिटनेस के दौड़ रहे वाहन, बन रहे हादसे का सबब

हसनपुर, अमृत विचार। सहसोली गांव में स्थित आईपीएस इंटरनेशनल स्कूल की वैन पिकअप से टकरा गई। हादसे के बाद घटना स्थल से लेकर अस्पताल तक चीख पुकार मची रही। जिन लोगों के बच्चे हादसे का शिकार हुई वैन से गए थे। वे लोग और उनके परिचित अस्पताल की ओर दौड पड़े। अस्पताल में भी काफी समय तक ऊहापोह की स्थित रही। हर कोई बदहवास नजर आ रहा था। वहीं लोग अपने बच्चों के जानकारी करते हुए नजर आए। हादसे में स्कूल स्टॉफ समेत 12 बच्चे भी घायल हुए हैं। जबकि शिक्षिका और छात्रा की मौत हो गई।

सुबह 7.30 बजे क्षेत्र में जैसे ही खबर लगी कि आईपीएस इंटरनेशनल स्कूल की वैन और पिकअप में टक्कर हो गई है। वैसे ही बच्चों के अभिभावक और आसपास के लोग घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े। वहीं मौके पर चीखपुकार मची रही। आसपास के लोगों ने किसी तरह घायलों को वैन से निकाला और अस्पताल भेजा। जहां डॉक्टरों ने शिक्षिका निशा और छात्रा अनाया को मृत घोषित कर दिया। वहीं अस्पताल में भी चीख पुकार मची रही। घायल बच्चे दर्द से कराहते रहे। उनके परिजन बच्चों से गोद से चिपकाए दिलासा देते नजर आए। पूरा माहौल डर से भरा हुआ नजर आ रहा था।

75

हादसे में घायल हुए बच्चे, शिक्षिकाएं और चालक
हादसे में सबसे अधिक बच्चे बाहरपुर गांव के घायल हुए हैं। घायलों में आरोही, कॉव्यांश, काव्या पिता सुभाष सिंह, आराध्या, अभिनव अभिकांत, पिता का नाम अरविंद कुमार, आरोही, अभिनंदन वर्धन पिता का नाम विजेंदर सिंह, अभिनंदन पुत्र विजय समस्त निवासी बहारपुर के अलावा वानिया खातून पुत्री फुरकान, अनम पुत्र आलम, आहरान पुत्र इकबाल, निवासी सुल्तानपुर वीरान, करुणा त्यागी, हितांश पुत्र सत्यप्रकाश निवासी शिक्षिका रूबी और आतिफा निवासी हसनपुर के अलावा वैन चालक विशेष कुमार निवासी हयातपुर गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को इलाज अस्पताल में चल रहा है।

शिक्षिका मां की गोद में बेटी ने दम तोड़ा
हादसे का शिकार अनाया की मां रूबी आईपीएस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में शिक्षिका के पद पर तैनात है। रूबी अपनी बेटी अनाया को वैन में अगली सीट पर गोद में लेकर बैठी हुई थी। जब वाहनों की जोरदार भिड़ंत हुई तो कुछ देर में घायल रूबी की गोद में उसकी मासूम बेटी अनाया ने दम तोड़ दिया। रूबी को क्या पता था कि जिस बेटी को वह तैयार कर अपने साथ स्कूल ले जा रही है। कुछ देर में उसकी ही गोद में वह मौत के मुंह में समा जायेगी। बेटी की अपने हाथों में मौत होने से रूबी बदहवास हो गई। जिसने भी यह मंजर देखा वह अपने आंसुओं को नहीं रोक पा रहा था।

77

क्षेत्र में बिना मान्यता के हो रहा फर्जी स्कूलों का संचालन
बिना मान्यता के हसनपुर क्षेत्र में बड़ी संख्या में स्कूल चल रहे हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिली भगत के चलते फर्जी स्कूलों का संचालन करने वालों का यह धंधा तेजी के साथ फल फूल रहा है। बताया जा रहा है कि हादसे का शिकार यह वैन जिस स्कूल के बच्चों को ले जा रही थी। यह विद्यालय इसी सत्र में शुरू हुआ है। शिक्षा विभाग ने शायद यह भी नहीं देखा होगा कि यह स्कूल मानक के अनुसार चलाया जा रहा है या नहीं। वहीं स्कूलों के वाहन भी बिना फिटनेस के सड़क पर काल बन कर दौड़ रहे हैं। इनकी फिटनेस की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

88

घटना स्थल पर नहीं पहुंचा स्कूल प्रबंधन
हादसे के बाद स्कूल के प्रबंधन की संवेदनहीनता सामने आई है। एक शिक्षिका और बच्ची की मौत, 12 बच्चों, दो शिक्षिकाओं और चालक के घायल होने की सूचना मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन की ओर से घटना स्थल और अस्पताल में कोई भी हाल जानने के लिए नहीं पहुंचा। स्कूल प्रबंधन की ये संवेदनहीनता क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोगों ने बताया कि इस तरह से स्कूल प्रबंधन की इतनी संवेदनहीनता नहीं होनी चाहिए। लोगों का कहना है कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी स्कूल प्रशासन घायलों का हाल-चाल जाने क्यों नहीं पहुंचा क्या सिर्फ उन्हें अपनी फीस से मतलब है किसी की जान से उन्हें कोई सरोकार नहीं।

87

डीएम, एसपी व चेयरमैन ने जाना हाल
घटना के बाद डीएम निधि गुप्ता, एसपी अमित कुमार आनंद समेत अन्य लोग जिला अस्पताल अमरोहा पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने घायलों का हाल जाना। डीएम निधि गुप्ता ने डॉक्टरों को बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। डीएम ने हर संभव मदद का भरोसा घायलों और मृतकों के परिजनों को दिया। वहीं घटना के बाद हसनपुर नगर पालिका चेयरमैन राजपाल सैनी भी सीएचसी पहुंचे और घायलों का हाल जाना उन्होंने घायलों के परिजनों से भी वार्ता की और हरसंभव मदद करने का भरोसा दिया।

डीएम ने एआरटीओ से मांगा स्पष्टीकरण
हादसे के बाद डीएम निधि गुप्ता ने एआरटीओ से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि यदि बिना फिटनेस के कोई भी स्कूली वाहन दौड़ते हुए मिला तो एआरटीओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने बताया कि पिकअप का चालक शराब के नशे में था। उसने सुबह सुबह ही शराब पी ली थी। जिस वजह से हादसा हो गया। उन्होंने कहा कि घटना की जांच कराई जाएगी। जांच के बाद दोषी चालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एआरटीओ को निर्देशित किया है कि सभी स्कूलों के वाहनों को चेक कर करें और उन्हें रिपोर्ट सौंपी। यदि वाहन की फिटनेस सही नहीं है तो उसे तत्काल बंद कराएं।

74

बिना फिटनेस के स्कूली वाहनों में बैठा रहे अधिक बच्चे
जिले भर के स्कूलो में अधिकांश बिना फिटनेस के वाहन दौड़ रहे हैं। अनफिट वाहनों के खिलाफ सिर्फ कागजों तक अभियान सीमित होकर रह गया है। परिवहन विभाग के मुताबिक जिले में 871 स्कूली वाहन पंजीकृत है। इनमें से 78 की फिटनेस नहीं हो सकी है। हालांकि, सड़कों पर इनसे कही ज्यादा दौड़ रहे है। बताया जाता है कि जिस वैन से हादसा हुआ था वह भी अनफिट वैन थी। वैन में मानक से अधिक बच्चे भी बैठे थे। मानक के अनुसार वैन में सात लोग ही बैठ सकते हैं। जबकि वैन में तीन शिक्षिकाएं, 12 बच्चे और एक चालक समेत 16 लोग सवार थे। ये वजह रही कि हादसे में एक बच्चे और एक शिक्षिका की जान चली गई।

वैन में मानक से अधिक लोग सवार थे। इसकी भी जांच कराई जाएगी, स्कूल संचालक से भी जबाव तलब किया जाएगा। बच्चों का इलाज चल रहा है। - अमित कुमार आनंद - एसपी, अमरोहा।

ये भी पढ़ें - अमरोहा : हसनपुर में स्कूली वैन पिकअप की भीषण भिड़ंत में छात्र शिक्षिका की मौत, एक दर्जन लोग घायल

संबंधित समाचार