बदायूं: पीने लायक नहीं है नरऊ गांव का पानी , 29वें दिन जारी रहा अनशन
बदायूं, अमृत विचार। नरऊ गांव में दूषित पानी की आपूर्ति रोकने और नालों का गंदा पानी भैसोरा नदी में भेजे जाने के विरोध में कांग्रेसीजन व ग्रामीणों का क्रमिक अनशन रविवार को 29वें दिन भी जारी रहा। स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रशासन द्वारा भेजी गई टीम ने गांव पहुंचकर पानी की जांच करने के बाद साफ कहा पानी पीने योग्य नहीं है। इसके बाद भी लोगों को यही जहर पीने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
प्रशासनिक टीम ने गांव के हैंडपंपों व नलों से लिए गए पानी के सैंपल की जांच कर खराब गुणवत्ता की पुष्टि की। पानी की गुणवत्ता बेहद खराब पाए जाने पर टीम ने दूषित पानी वाले हैंडपंपों पर लाल क्रॉस का निशान लगा दिया है। बावजूद इसके गांव में वैकल्पिक व्यवस्था न होने के चलते ग्रामीण वही जहरीला पानी पी रहे हैं। गांव के हैंडपंपों से जहरीला पानी निकलने के बाद भी गांव की पानी की टंकी ठप पड़ी है। ग्रामीणों का कहना है कि ऑपरेटर टंकी चलाने से मना कर देता है और बिजली न होने व डीजल न मिलने का बहाना बनाता है।
ग्रामीणों का कहना है कि नालों का गंदा पानी लगातार भैसोरा नदी में छोड़ा जा रहा है, जिससे गांव का भूगर्भीय जल भी बर्बाद हो गया है। एक मासूम की मौत के बावजूद जिम्मेदार चुप्पी साधे बैठे हैं। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह ने आरोप लगाया कि प्रशासन आंखें मूंदकर नगर पालिका का बचाव कर रहा है। समस्या का समाधान नहीं किया गया तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। रविवार को मुन्नी देवी, रामबेटी, तेजपाल कश्यप, वेदपाल, रोहताश ने अनशन जारी रखा। तीन साल की कृषिका सोलंकी भी प्रदर्शन स्थल पर बैठी रही। शाम को कांग्रेसी नेताओं ने अनशनकारियों को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया।
ग्रामीणों का अल्टीमेटम
ग्रामीणों ने दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द गंदे पानी का डायवर्जन बंद कर सुरक्षित पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित नहीं की गई, तो मजबूरन सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। क्रमिक अनशन स्थल पर मुनेंद्र पाल सिंह, दीपू सोलंकी, राजपाल, दीपक महेश, नेपाल सिंह, बीवी सोलंकी, कमल प्रताप सिंह, शकुंतला सिंह, राघवेंद्र सिंह, गुड्डू, नागेंद्र सिंह, संजय, लालू, राजवीर, शीशपाल, शैलेंद्र सिंह आदि लोग मौजूद रहे।
