आगरा धर्मांतरण गिरोह: मुस्तफाबाद में सेफ हाउस बनाकर धर्मांतरण करा रहा था रहमान, मौलाना कलीम की गिरफ्तारी के बाद बदलने लगा ठिकाना

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: आगरा धर्मांतरण गिरोह का सरगना अब्दुल रहमान मुस्तफाबाद में दो मंजिला मकान में सेफ हाउस बनाकर धर्मांतरण कराता था। उसने बेटे की शादी भी धर्मांतरण कराने के बाद एक हिंदू युवती से कराई थी। कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी के बाद ठिकाना बदलकर रहता था। एक जगह छह माह से अधिक नहीं ठहरता था।

आगरा की दो बहनों को कोलकाता से अवैध धर्मांतरण गिरोह के चंगुल से छुड़ाने के बाद पुलिस ने दिल्ली से कोलकाता तक फैले इस बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है। कनाडा के बाद अब लंदन से भी पैसा मिलने की साक्ष्य मिले हैं। अब्दुल का भतीजा वहीं रहता है। अब पुलिस उसके बारे में जानकारी जुटा रही है। कई नाम पुलिस के सामने आए हैं। पकड़े गए आरोपियों के बैंक खातों को खंगाला जा रहा है। पुलिस ने धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार किए गए रहमान कुरैशी, अब्बू तालिब, आयशा उर्फ एसबी कृष्णा, अली हसन उर्फ शेखर, ओसामा, अबुर रहमान, मोहम्मद अली, जुनैद कुरैशी, मुस्तफा उर्फ मनोज और मोहम्मद इब्राहिम को रिमांड लेकर पूछताछ कर रही है।

तीन मददगारों के मिले नाम

पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार के मुताबिक अब्दुल रहमान के मुस्तफाबाद स्थित मकान से आपकी अमानत आपकी सेवा में पुस्तक बरामद की है। अब्दुल रहमान के साथ ही परवेज अख्तर, सरफराज अली जाफरी और डा. गय्यूरूल हसन के नाम भी सामने आए हैं।

लश्कर का कनेक्शन खंगाल रही सुरक्षा एजेंसियां

आरोपी से एटीएस और एसटीएफ भी पूछताछ कर रही है। गिरोह का लश्कर कनेक्शन खंगाला जा रहा है। पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि अब्दुल रहमान का भतीजा लंदन में रहता है। आशंका है कि वह भी अपने चाचा को रुपये भेजा करता था। उसकी भी कुंडली खंगाली जा रही है। अब्दुल के बैंक खातों को खंगाला जा रहा है। इस बात की पुष्टि हो सके कि कौन उसकी आर्थिक मदद करता था।

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