बरेली: देवर-भाभी की आत्महत्या से हड़कंप, सोनी तीन साल पहले भी कर चुकी थी आत्महत्या की कोशिश
सोनी तीन साल पहले भी कर चुकी थी आत्महत्या की कोशिश
बरेली, अमृत विचार। इज्जतनगर क्षेत्र के आलोक नगर में गुरुवार की सुबह और शाम को एक ही कमरे में फंदा लगाकर जान देने वाले देवर-भाभी के बीच काफी नजदीकियां थी। सोनी तीन साल पहले भी आत्महत्या करने का प्रयास कर चुकी थी। हालांकि, परिजनों ने उसे मौके से बचा लिया था। जबकि, अंकित की पत्नी का दो साल पहले निधन हुआ था। वह उसके बाद से मानसिक रूप से परेशान रहता था। अंकित का इलाज भी चल रहा था।
थाना क्षेत्र की आलोक नगर कॉलोनी निवासी पेंटर अंकित राठौर यहां पर भाई, भाभी और माता-पिता के साथ रहता था। गुरुवार सुबह करीब 10 बजे सोनी ने पहली मंजिल पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जबकि, उसी कमरे में शाम 5:30 बजे देवर अंकित ने भी फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया। अंकित का भाई और पिता पेंटर का काम करते हैं। सोनी को एक बेटा और एक बेटी है। पुलिस के अनुसार सुबह भाभी का शव छत पर बने कमरे में फंदे पर लटका मिला था। उसी समय से देवर काफी परेशान हो गया और शाम को उसी कमरे में जाकर फंदा लगा लिया। चर्चा है कि देवर-भाभी के बीच नजदीकी संबंध थे। इसको लेकर घर में कलह भी रहती थी। उत्तराखंड के उधमसिंह नगर के सितारगंज के धानचौड़ा गांव की रहने वाली सोनी की शादी 2016 में इज्जतनगर थाना क्षेत्र के आलोक नगर निवासी विवेक से हुई थी। सोनी के दो बच्चे हैं। तीन साल का बेटा कैरव और पांच साल की बेटी तान्या है।

चाचा ने लगाई आवाज, नहीं बोला अंकित
विवेक का एक छोटा सा मकान है। नीचे अंकित अपने माता-पिता के साथ रहता था, जबकि विवेक अपनी पत्नी सोनी के साथ दूसरी मंजिल पर रहता है। सोनी के फंदा लगाने के बाद पूरा परिवार जिला अस्पताल में मौजूद था। वहीं पर अंकित भी गया था, लेकिन दोपहर बाद अंकित सीधा घर पर आया। इसके बाद अंकित छत पर बने उस कमरे में गया, जिसमें सोनी ने आत्महत्या की थी। उसके चाचा जयपाल राठौर विकलांग हैं, जो घर में मौजूद थे। उन्होंने अंकित को कई बार आवाज लगाई, लेकिन कमरे के अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। संदेह होने पर जयपाल ने आसपास के लोगों को बताया जब सभी ने देखा तो वह फंदे पर लटक रहा था। एक ही कमरे और कुंडे से लटक कर देवर-भाभी की मौत से क्षेत्र में कई तरह की चर्चा हो रही है।
छोटी-छोटी बातों पर जज्बाती हो जाता था अंकित
इज्जतनगर थाना प्रभारी बिजेंद्र सिंह ने बताया कि पत्नी के निधन के बाद से अंकित छोटी-छोटी बातों पर भी जज्बाती हो जाता था। माना जा रहा है कि उसकी भाभी की मौत के बाद उसने जज्बात में फंदा लगा लिया हो। परिजनों की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है। फिलहाल पुलिस अपने स्तर से जांच कर रही है।
आठ माह मायके में रही सोनी, भाभी ने लगाया आरोप
उधर सोनी की भाभी शीला ने आरोप लगाया कि देवर-भाभी ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उनकी हत्या कर उन्हें फंदे पर लटका दिया गया। शीला ने बताया कि सोनी करीब आठ महीने मायके में रही। जब पति कई बार लेने आया तो उसे मायके से नहीं भेजा गया। दो महीने पहले वह पैरों में गिरकर माफी मांगने लगा, तब जाकर सोनी को भेजा गया। अंकित की पत्नी की मौत के बाद से ही वह मानसिक रूप से टूट गया था और अक्सर रोता रहता था। शीला ने बताया कि अंकित की हालत देखकर सोनी के पति विवेक ने ही उसे देवर के पास भेजा था ताकि वह उसे संभाल सके।

पति की शराब और प्रताड़ना की जानकारी पहले से थी
परिजनों का आरोप है कि विवेक सुबह से शराब पीता था और दिन-रात नशे में रहता था। शीला ने बताया कि कल फोन पर सोनी ने कहा था कि उसका पति उसे बहुत परेशान कर रहा है और जान से मारने की धमकी दे रहा है। सोनी की बड़ी बहन रजनी ने बताया कि बुधवार को सोनी का फोन आया था। उसने कहा कि विवेक उसे खाना तक नहीं देता और ताना मारता है कि तू उसके भाई के पास चली जा, वही तुझे खाना देगा। वह मायके वालों को भी ताने देता था कि वो तुझे रख नहीं पाए।
साढ़े सात घंटे के अंदर देवर और भाभी ने एक ही कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मौके पर पहुंचकर जायजा लिया, परिजनों की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। -मानुष पारीक, एसपी सिटी।
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