शाहजहांपुर: बजट की कमी से सौ बेड अस्पताल का निर्माण अधर में

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Published By Pradeep Kumar
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धीमी गति से कार्य कराने पर कार्यदायी संस्था ने खत्म कर दिया था अनुबंध

शाहजहांपुर, अमृत विचार: राजकीय मेडिकल कॉलेज परिसर में मरीजों की सुविधा के लिए सौ बेड का अस्पताल बजट के कारण अधर में लटका हुआ है। सरकार पूर्व धनराशि के आधार पर कार्य कराना चाहती है, जबकि कार्यदायी संस्था नए टेंडर के लिए दस करोड़ रुपये अतिरिक्त चाह रही है, जिसके चलते निर्माण कार्य ठप पड़ा है।

वर्ष 2016 में सपा के शासन काल में प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव थे, उस समय राजकीय मेडिकल कॉलेज की नींव रखी गयी थी। 193 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट की नींव कांट-जलालाबाद मार्ग जिगनेरा में रखी गयी थी। मेडिकल कालेज बनकर तैयार हो गया। मेडिकल कॉलेज में मरीज भर्ती तो ओपीडी में मरीज देखे जाने लगे। मरीजों की सुविधा के लिए सौ बेड का भवन बनकर तैयार नहीं हो पाया है। कार्यदायी संस्था ने धीमी गति से कार्य कराने को लेकर जुलाई 2024 में ठेकेदार का अनुबंध समाप्त कर दिया गया था। ठेकेदार का कहना था कि सीमेंट, सरिया, ईंट आदि अब महंगी हो गई है। तब से नए टेंडर के लिए काफी प्रयास किए गए लेकिन ठेकेदार वर्ष 2020 के दाम पर कार्य नहीं कराना चाहता है।

पांच मंजिल में से तीन मंजिल हो चुके हैं तैयार
सौ बेड का अस्पताल पांच मंजिल 2019 में बनकर तैयार होना था। जबकि तीन मंजिल तक बन चुका है। ठेकेदार अनुबंध समाप्त हो जाने पर सौ बेड का अस्पताल का निर्माण कार्य रुका पड़ा है। प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को स्पष्ट कह दिया गया कि पूर्व में आवंटित धन से कार्य पूर्ण कराया जाएगा क्योंकि संस्था ने समय पर कार्य पूरा नहीं किया। कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजेश कुमार ने बताया कि भवन निर्माण को लेकर शासन से पत्राचार किया गया है।

पांच-पांच करोड़ के दो प्रस्ताव शासन को भेजे गए है। बजट स्वीकृत हो जाने पर निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा। उम्मीद है कि शीघ्र निर्माण कार्य शुरू होगा। - प्रयांक सिंह, सहायक अभियंता राजकीय निर्माण निगम उप्र।

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