यहां तो घरों में सीवर का गंदा पानी बारहोमास... नालों में कचरा, नालियां चोक, परेशानियों के अम्बार में जी रहे लोग, देखें Video
लखनऊ, अमृत विचार : समस्याएं देखनी हो तो मछली मोहाल के गुलफाम गेट वाली गली की ओर का रुख करिए। घरों में भरा सीवर का गंदा पानी यहां बारहोमास मिलेगा। नाला कूड़े से इस कदर पटा है कि गंदे पानी की निकासी पूरी तरह बंद है। शुद्ध पेयजल की बात करें तो हालात देखकर इसे दूर की कौड़ी कहा जा सकता है। करीब 35 साल पहले डाले गए सीवर और पेयजल के पाइप गल चुके हैं। नतीजा सीवर का पानी रिसकर पेयजल लाइन के सहारे टोटियों में आ रहा है। वर्षों से चली आ रही दूषित पानी की समस्या का नगर निगम समाधान नहीं कर पाया है। पानी के प्रेशर के लिए घरों में लगाए गए पंप थक-हार लोगों ने हटा दिए हैं। लोग दूर-दराज पानी की टंकी से कतारों में खड़े होकर पानी ढोने को मजबूर हैं। ''अमृत विचार आपके द्वार'' की टीम जब इलाके में पहुंची तो लोग अपनी समस्याओं को दिखाने के लिए बाहर निकल आए। लोगों को इलाके के हालात दिखाए।
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150 परिवार दूषित पानी से होने वाली बीमारी का शिकार
गुलफाम गेट वाली गली के करीब 150 परिवार दूषित पानी से होने वाली पेट की विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त हैं। गलियों में वर्षों पहले सीवर और पानी के लिए लाइन डाली गई थी। जो धीरे-धीरे गलकर आपस में मिल गए। इस वजह से घरों पर लगी टोटियों में पीला और बदबूदार पानी आता है। पानी इस्तेमाल करते हैं तो बीमार हो जाते हैं। पेट और त्वचा के रोगी यहां ज्यादा मिलेंगे। कई बार नगर निगम के अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन, कोई झांकने तक नहीं आया। सभासद ने सैकड़ों परिवारों पर गली में एक छोटी पानी की टंकी जरूर रखवा दी है। वहां पानी लेने के लिए कतारें लगती हैं। परिवारों की संख्यानुरूप टंकी की क्षमता काफी कम है। जो जल्दी ही खाली हो जाती है।
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उफनाता नाला, ओवरफ्लो मेनहोल से घरों में भरता सीवर का पानी
मछली मोहाल में सीवर के मैनहोल की सफाई कई साल से नहीं कराई गई है। इस कारण मेनहोल ओवरफ्लो हैं। जगह-जगह नालियों में सीवर उफना रहा है। नाले चोक नालियां चोक हैं। इससे सीवर का पानी सड़कों और घरों में भर जाता है। बारिश में तो बदबूदार जलभराव की विकराल समस्या से जूझना पड़ता है। कई ऐसे घर हैं जिनके यहां सीवर का पानी भरा हुआ मिला। इस वजह से यहां पानी और दूषित रहता है। गंदगी से मच्छरों के लारवा पनप रहे हैं। फागिंग तक ठीक ढंग से नहीं होती है।
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बारिश में कई दिन तक इलाके की गलियां रहती हैं जलमग्न
स्थानीय लोगों का कहना है कि कर्मी सप्ताह में एक बार गलियों की साफ-सफाई करने आते हैं। वे कूड़े का उठान नहीं करते हैं और इधर-उधर नाली में गिरा देते हैं। इससे नालियां चोक हो जाती हैं और पानी की निकासी नहीं हो पाती है। इस वजह से सड़क पर पानी भर जाता है। नालियां भी बजबजाती रहती हैं। बारिश में गलियां पूरी तरह से जलमग्न हो जाती हैं और घरों पर पानी भर जाता है।
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ऊंचे कराए मकान, पर नहीं मिली राहत
मछली मोहाल की मेन रोड ऊंची है। जबकि उससे लगी गलियां नीची हैं। इस वजह से मुख्य सड़क का पानी गलियों में जाता है। तेज बारिश में मेन रोड घुटनों तक गंदे पानी से भर जाती है और यह पानी गलियों से होता हुआ घरों में आसानी से पहुंच जाता है। इससे बचने के लिए कुछ लोगों ने मकान ऊंचे कराए तो किसी ने आगे का हिस्सा ऊंचा करा लिया। लेकिन, जलभराव से निजात नहीं मिली।
अमृत विचार आपके द्वार टीम- प्रशांत सक्सेना, नीरज अभिषेक, छायाकार- प्रमोद शर्मा
रिपोर्टर मुस्कान दीक्षित
