Stock Market: अमेरिका के 25 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने से लुढ़के शेयर बाजार, सेंसेक्स 500 अंक फिसला

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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मुंबई। घरेलू बाजारों सेंसेक्स और निफ्टी में बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट दर्ज की गई। अमेरिका के 25 प्रतिशत शुल्क लगाने और रूस से कच्चा तेल एवं हथियार खरीदने पर जुर्माना लगाने की घोषणा के बाद बाजार लड़खड़ा गया है। इस घोषणा को भारत पर अमेरिका की मांगों को मानने के लिए दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। 

बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 786.36 अंक की गिरावट के साथ 80,695.50 अंक पर जबकि एनएसई निफ्टी 212.8 अंक फिसलकर 24,642.25 अंक पर आ गया। सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, टाइटन और भारतीय स्टेट बैंक के शेयर सबसे अधिक नुकसान में रहे। 

हालांकि, इटर्नल (पूर्व में जोमैटो), हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी और पावर ग्रिड के शेयर बढ़त में रहे। एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, चीन का शंघाई एसएसई कम्पोजिट और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे जबकि जापान का निक्की 225 फायदे में रहा। अमेरिकी बाजार बुधवार को नकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.19 प्रतिशत फिसलकर 73.10 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। 

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बुधवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 850.04 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर दोनों देशों के बीच जारी बातचीत में कुछ गतिरोध के संकेतों के बीच भारत पर एक अगस्त से 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की बुधवार को घोषणा की। इसके अलावा ट्रंप ने रूस से सैन्य उपकरण और कच्चा तेल खरीदने के लिए अतिरिक्त जुर्माना लगाने का भी फैसला किया है।

रुपया 14 पैसे चढ़कर 87.66 प्रति डॉलर पर

रुपया बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में अपने सर्वकालिक निचले स्तर से 14 पैसे उबरकर 87.66 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। अमेरिका के 25 प्रतिशत शुल्क लगाने तथा रूसी कच्चा तेल एवं हथियार खरीदने पर जुर्माना लगाने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के हस्तक्षेप की आशंका के बीच रुपया संभला है।

विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि तीन साल से अधिक समय में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट यानी 89 पैसे टूटने के बाद रुपये ने कुछ हद तक वापसी की है लेकिन अब भी नकारात्मक रुख के साथ कारोबार कर रहा है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, डॉलर के मुकाबले 87.66 पर खुला। फिर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.74 के शुरुआती निचले स्तर को छू गया।

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