बिजली कर्मी चलाएंगे ‘कॉर्पोरेट घरानों-सार्वजनिक क्षेत्र में पॉवर सेक्टर छोड़ो’ अभियान

Amrit Vichar Network
Published By Virendra Pandey
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‘भारत छोड़ो’ आंदोलन की पूर्व संध्या पर 8 अगस्त को होगा कार्यक्रम

लखनऊ, अमृत विचार। प्रदेश के बिजली कर्मी अब ‘कॉर्पोरेट घरानों-सार्वजनिक क्षेत्र में पॉवर सेक्टर छोड़ो’ अभियान चलाएंगे। भारत छोड़ो आंदोलन व काकोरी क्रांति की पूर्व संध्या पर 8 अगस्त को यह कार्यक्रम आयोजित होगा। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश बुधवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया।

समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे व अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम व दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम का निजीकरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2047 में विकसित भारत की कल्पना में सबसे बड़ी बाधा उत्पन्न करेगा। निजी कंपनियां मुनाफे के लिये काम करने आएंगी। बिजली के दामों में बेतहाशा वृद्धि होगी। निजीकरण प्रदेश के किसानों, गरीब और माध्यम वर्गीय उपभोक्ताओं के लिये अंधेरे का संदेश लेकर आयेगा। लोगों को इससे निजात पाने के लिये अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है।

अभियान के तहत 8 अगस्त से 15 अगस्त तक बिजली कर्मी प्रतिदिन तिरंगा लेकर व्यापक जनसंपर्क कर आम लोगों को बिजली के निजीकरण से होने वाले नुकसान से अवगत कराएंगे। संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फिर अपील की है कि वह निजीकरण प्रक्रिया में शामिल पावर कॉरपोरेशन के निदेशक वित्त निधि कुमार नारंग को तीसरी बार सेवा विस्तार न दें।

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