Rakshabandhan 2025: सर्वार्थ सिद्धि योग में रामलला व राजा राम को बांधी गई बहन शांता की राखी

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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अयोध्या। अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला और भाइयों को बहन शांता द्वारा भेजी गई राखी मंत्रोचारण के बीच बांधी गयी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपतराय ने रामलला, लक्ष्मण भरत शत्रुघन के हाथों में राखी बांधी। इस मनोहारी दृश्य निहारने के लिए बड़ी संख्या में रामलला का दर्शन करने आए श्रद्धालु मौजूद रहे। 

रामलला को रक्षासूत्र कलाई में बांध कर भरत, लक्ष्मण एवं शत्रुघ्न के कलाई पर राखी बांधी गई। रक्षाबंधन के दौरान पूरा मंदिर परिसर जय श्री राम के जयकारों से गुंजायमान रहा, और इसी के साथ श्रृंगी ऋषि आश्रम से प्रारंभ हुई तीन दिवसीय श्रीरामलला रक्षाबंधन महोत्सव का विधिविधानपूर्वक समापन हुआ। 

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला का झूलन महोत्सव भी आज रामभक्तों के समय आकषर्ण का केंद्र रहा। नागपंचमी से शुरू हुआ राममंदिर में झूलनोत्सव का आज समापन हो गया। इसी के रंगमहल सहित सभी मंदिरों में पड़ा झूला आज पूजन अर्चन के बाद उतर जायेगा और विग्रह स्वरूप प्रभु की प्रतिमा पूजन अर्चन के बाद अपने स्थान पर विराजमान होंगे।

श्रृंगी ऋषि आश्रम में बुधवार से श्रीरामलला रक्षाबंधन महोत्सव की परंपरागत तरीके से शुरुआत हुई। अनवरत तीन दिनों तक विविध धार्मिक आयोजन श्रृंगी ऋषि आश्रम शेरवाघाट अयोध्या में आयोजित हुए। प्रदेश सरकार की महिला कल्याण विभाग की मंत्री बेबी रानी मौर्य, उप्र राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव, स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बड़ी संख्या में संत महंत धर्माचार्य सम्मिलित हुए। 

प्रभु श्रीराम के लिए केले के रेशे से बनी इन विशेष राखियों को पूजन अर्चन के बाद समारोहपूर्वक शोभायात्रा निकाल कर गाजे बाजे के साथ कारसेवकपुरम में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपतराय को सौंपा गया। जिन्होंने बढ़ी संख्या में उपस्थित रामभक्तों के साथ रामलला और भाइयों को राखी बांधी। 

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