बाराबंकी: महादेवा कॉरिडोर के लिये ध्वस्तीकरण कार्य तेज, मकानों पर चला बुलडोजर
रामनगर/बाराबंकी, अमृत विचार। लोधेश्वर महादेवा में प्रस्तावित महादेवा कॉरिडोर के निर्माण को लेकर ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया अब रफ्तार पकड़ चुकी है। शुक्रवार को जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर अधिग्रहित किए गए पक्के मकानों को खुद की मौजूदगी में गिरवाना शुरू कराया।
तब से जेसीबी और पोकलैंड मशीनों से लगातार मकानों को गिराने और मलबा हटाने का काम जारी है। राजस्व विभाग की टीमें इसमें लगातार जुटी हुई हैं। करीब 200 करोड़ रुपये की लागत से काशी कॉरिडोर की तर्ज पर यह परियोजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में शामिल है।
अब तक 160 में से 129 मकान, दुकानें और जमीनें अधिग्रहित की जा चुकी हैं, जिनके मालिकों को मुआवजा भी प्रदान किया गया है। शेष 31 परिसंपत्तियां न्यायालय में विचाराधीन हैं, जिनका मुआवजा निर्णय के बाद वितरित किया जाएगा।
कॉरिडोर निर्माण में तेजी आने के साथ ही सितंबर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शिलान्यास किए जाने की संभावनाएं भी प्रबल हो गई हैं। स्थानीय लोगों ने निर्माण कार्य तेज करने पर प्रशासन की सराहना की है।
