Bareilly: लौटेगी 50 साल पुरानी परंपरा, दिन में निकलेगा जुलूस-ए-मोहम्मदी...डीजे पर इस बार भी पाबंदी
बरेली, अमृत विचार। ईद मिलादुन्नबी को एक महीने से भी कम वक्त बचा है, लिहाजा नए शहर और पुराना शहर में निकलने वाले परंपरागत जुलूस की तैयारी आयोजकों ने शुरू कर दी है। इस साल भी आयोजक डीजे को लेकर सख्त हैं। वहीं बीते कुछ सालों से जुलूस को रात में निकालने की परंपरा बन गई थी। लेकिन इस बार जिस तरह 50 साल पहले दिन में जुलूस निकालने की परंपरा थी, उसी तरह निकाला जाएगा।
अंजुमन खुद्दाम-ए-रसूल और अंजुमन इत्तेहादुल मुस्लेमीन की एक बैठक नई बस्ती स्थित अंजुमन खुद्दाम-ए-रसूल के कार्यालय पर आयोजित की गई। बैठक में तय हुआ कि रात में नहीं बल्कि दिन में जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला जाएगा। नये व पुराने शहर के जुलूस दोपहर एक बजे शुरू होकर मगरिब तक समाप्त हो जाएंगे। वहीं अंजुमन खुद्दाम-ए-रसूल के सचिव शान रजा व अंजुमन इत्तेहादुल मुस्लेमीन के सचिव अंजुम शमीम ने शहरभर की अंजुमनों से अपील करते हुए कहा कि डीजे और साउंड सिस्टम पर इस बार भी बैन रहेगा। कोई भी अंजुमन डीजे की बुकिंग नहीं करे।
जुलूसे मोहम्मदी के लिये अंजुमनों की एंट्री उर्से रजवी के बाद शुरू हो जाएगी। आला हजरत के उर्स के बाद एंट्री की तारीख बताई जाएगी। बैठक में सैय्यद आसिफ मियां, इमशाद हुसैन, हाजी जावेद खान, डॉ नफीज खान, पम्मी खां वारसी, उस्मान आदि मौजूद रहे। कलेण्डर के मुताबिक 4 सितम्बर को पुराने शहर और 5 सितम्बर को नये शहर से जुलूसे मोहम्मदी निकाला जाये, बाकि चाँद दिखने पर तारीखों में बदलाव हो सकता है।
